05 दिसंबर 2009
नवंबर में ऑयल मील निर्यात 49फीसदी गिरा
ऊंचे भाव में अंतरराष्ट्रीय मांग कम होने से नवंबर महीने में देश से खली निर्यात 49 फीसदी घट गया। साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईए) के मुताबिक नवंबर महीने में भारत से खली का निर्यात घटकर 346,859 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल नवंबर महीने में 678,169 टन का निर्यात हुआ था। सोयाबीन सीड और सरसों के दाम बढ़ने से पिछले दो महीने में खली की कीमतें करीब 15 फीसदी बढ़ चुकी है। एसईए के अनुसार चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीने अप्रैल से नवंबर के दौरान देश से खली निर्यात में करीब 44 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 1,890,706 टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इसका निर्यात 3,360,966 टन का हुआ था। सोयाबीन और सरसों के दाम घरेलू बाजार में बढ़ने का असर खली की कीमतों पर पड़ा रहा है। घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में पिछले दो महीने में 300 रुपये की तेजी आकर भाव 2900 रुपये और सोयाबीन की कीमतों में 250 रुपये की तेजी आकर प्लांट पहुंच भाव 2450- 2500 रुपये प्रति क्विंटल हो गये। सीड के भाव बढ़ने के कारण पेराई में कमी आने का असर भी निर्यात पर पड़ा है। पिछले दो महीनों में सोयाबीन खली के दाम बंदरगाह पहुंच 390 डॉलर प्रति टन से बढ़कर 445 डॉलर प्रति टन हो गए जबकि सरसों खली के दाम 227 डॉलर से बढ़कर 260 डॉलर प्रति टन हो गए। सोयाबीन प्लांट ऊचे भाव पर खली बेचने को तैयार है लेकिन विदेश में इस भाव पर खरीदार मौजूद नहीं है। (बिज़नस भास्कर)
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