05 दिसंबर 2009
सर्दी बढ़ते ही खपत घटने से राजमा 12 फीसदी सस्ता
राजमा की मांग घटने के कारण पिछले एक माह के दौरान इसके दाम 12 फीसदी तक घट चुके हैं। कारोबारियों के अनुसार सर्दियों में राजमा की खपत घटने के कारण इसकी मांग कम निकल रही है। उनके मुताबिक आगे इसके मूल्यों में और कमी आ सकती है। दिल्ली के खारी बावली मंडी स्थित ग्रेन बाजार में बीते एक माह में राजमा के भाव 4000-4900 रुपये से घटकर 3600- 4200 रुपये प्रति क्विंटल रह गए हैं।राजमा कारोबारी नवीन कुमार ने बिजनेस भास्कर को बताया कि राजमा की मांग कमजोर पड़ने की वजह से इसकी कीमतों में गिरावट आई है। उनके मुताबिक आगे इसकी कीमतों में और गिरावट आ सकती हैं। दरअसल सर्दियों में राजमा की खपत कम होती हैं। वहीं मांग कम निकलने से स्टॉकिस्ट और खुदरा कारोबारी खरीदारी करने से परहेज कर रहे हैं। बीते महीनों के दौरान घरेलू फसल कमजोर रहने के कारण इसके दाम काफी बढ़ गए थे। दिल्ली में इसके दाम 5200 रुपये प्रति क्विंटल तक चले गए थे। दाम बढ़ने की दूसरी वजह चीन से आयात कम होना भी था। दरअसल चीन में उत्पादन कम रहने से राजमा का आयात महंगा पड़ रहा है। कारोबारियों के अनुसार चीन में राजमा के दाम अधिक होने के कारण आयात भी कम हो रहा है। इन दिनों राजमा का आयात मूल्य 900-940 डॉलर प्रति टन चल रहा हैं। पिछले माह यह 800-810 डॉलर प्रति टन था। गौरतलब है कि पिछले साल चीन में राजमा की पैदावार अधिक हुई थी। साथ ही क्यूबा और दक्षिण अफ्रीका से मांग में कमी आई थी। इस वजह से भारत को राजमा का आयात अधिक किया गया था। जिससे देश में पिछली सर्दियों के दौरान राजमा के भाव काफी नीचे चले गए थे। उस दौरान चित्रा राजमा (पूना)1850-3000 रुपये प्रति क्विंटल और आयातित लाल राजमा 2500-2800 रुपये क्विंटल थे। दिल्ली के ग्रेन बाजार में राजमा का आयात चीन से और घरेलू उत्पादक इलाकों पुणो, चेन्नई से राजमा की सप्लाई होती है। राजमा की नई फसल की सप्लाई अक्टूबर माह से होती है। देश में राजमा की पैदावार उत्तराखंड, और महाराष्ट्र आदि राज्यों में की जाती है। इस मौसम अनुकूल न रहने के कारण राजमा उत्पादक इलाकों में इसकी पैदावार कम रहने का अनुमान हैं। (बिज़नस भास्कर)
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