01 दिसंबर 2009
कॉफी निर्यात में 16 फीसदी गिरावट
चालू वर्ष में नवंबर माह तक कॉफी निर्यात करीब 16 फीसदी घटकर 1।75 लाख टन रह गया। मूल्य के लिहाज से निर्यात में 18 फीसदी की गिरावट आई है। इसकी वजह कॉफी वर्ष 2008-09 के दौरान इसका उत्पादन घटने से इसकीभाव ऊंचा रहना है। कॉफी बोर्ड के मुताबिक नवंबर तक 1,853 करोड़ रुपये की करीब 1.75 लाख टन कॉफी निर्यात की गई। पिछली समान अवधि में 2262 करोड़ रुपये की करीब दो लाख टन कॉफी का निर्यात हुआ था। इस दौरान करीब 28 हजार टन अरेबिका कॉफी, 91 हजार टन रोबस्ता कॉफी और करीब 56 हजार टन इंस्टेंट कॉफी का निर्यात किया गया। चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक 1,173 करोड़ रुपये की 1.20 लाख टन कॉफी का निर्यात हुआ। पिछली समान अवधि के दौरान करीब 1,549 करोड़ रुपये मूल्य की 1.38 लाख टन कॉफी निर्यात की गई थी। नवंबर माह तक सबसे अधिक करीब 25 फीसदी 43 हजार टन कॉफी इटली को निर्यात हुई। इसके बाद 22 हजार टन रूस संघ, करीब 9.5 हजार टन जर्मनी को और सात हजार टन कॉफी बेल्जियम को निर्यात की गई। भारतीय कॉफी बोर्ड के एक अधिकारी के अनुसार निर्यात में गिरावट की प्रमुख वजह उत्पादन में कमी आना है। दरअसल उत्पादन घटने के कारण कॉफी के दाम काफी बढ़ गए थे। लिहाजा भारतीय कॉफी महंगी होने के कारण प्रमुख आयातक देशों ने इसका निर्यात कम किया। भारतीय कॉफी के दाम अधिक होने के कारण इन देशों ने एशिया के बड़े निर्यातक देश वियतनाम और इंडोनेशिया से निर्यात को तरजीह दी थी। साथ ही आर्थिक संकट के कारण भी इसके निर्यात में गिरावट को बल मिला है। इस वजह से भारतीय कॉफी के प्रमुख आयातक देश इटली, जर्मनी, सोवियत संघ, बेल्जियम और स्पेन आदि देशों से मांग कम निकल रही है। वहीं मौसम अनुकूल न रहने के कारण सीजन 2008-09 के दौरान कॉफी उत्पादन में गिरावट आई है। इस सीजन में 2.62 लाख टन कॉफी पैदा हुई, जबकि पिछले सीजन में 2.92 लाख टन कॉफी पैदा हुई थी।उधर अक्टूबर माह से शुरू हुए नए कॉफी वर्ष के दौरान इसके उत्पादन में इजाफा होने का अनुमान है। इस सीजन में कॉफी उत्पादन बढ़कर तीन लाख टन तक होने के आसार है। ऐसे में इसके निर्यात में भी वृद्धि हो सकती हैं। (बिज़नस भास्कर)
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