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16 दिसंबर 2009

नवंबर में भारत से काजू निर्यात 15 फीसदी बढ़ा

चालू वर्ष के नवंबर में काजू का निर्यात 15 फीसदी बढ़कर 9,549 टन हो गया। हालांकि चालू वर्ष में नवंबर तक पिछली समान अवधि के मुकाबले इसके निर्यात में 6 फीसदी की गिरावट आई है। केश्यू एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल ऑफ इंडिया (सीईपीसीआई) के सचिव शशि वर्मा ने बिजनेस भास्कर को आर्थिक हालात सुधरने से पिछले नवंबर के मुकाबले इस बार काजू का निर्यात करीब 15 फीसदी बढ़ा है। नवंबर के दौरान 253.76 करोड़ रुपये के 9,549 टन काजू का निर्यात हुआ। पिछले साल नवंबर में 246.97 करोड़ रुपये मूल्य के 8,308 टन काजू का निर्यात हुआ था। उनका कहना है कि देश से सबसे अधिक काजू का निर्यात अमेरिका और ब्रिटेन को किया जाता है। पिछले महीनों के दौरान आर्थिक संकट के कारण इसके निर्यात में कमी आ रही थी, लेकिन अब आर्थिक हालात सुधरने से काजू निर्यात बढ़ा है।काजू के निर्यात मूल्य में भी कमी आई है। नवंबर में 265.75 रुपये प्रति किलो औसत मूल्य रहा, पिछले नवंबर में यह 297.27 रुपये प्रति किलो था। काजू का मूल्य घटने के कारण भी इसके निर्यात में बढ़ोतरी को बल मिला हैं। दरअसल बीते महीनों में भारतीय काजू के वियतनाम के मुकाबले महंगा होने से निर्यात मांग में गिरावट आई थी। जानकारों के मुताबिक आगे भी इसका निर्यात अधिक रहने की संभावना है। वर्मा का कहना है कि हाल में सीईपीसीआई ने ऑस्ट्रेलिया के काजू उद्योग से बात की थी। वहां के उद्योग ने भारतीय काजू की क्वालिटी को देखते हुए काफी रुचि दिखाई है। ऐसे में आस्ट्रेलिया में भी काजू निर्यात की काफी संभावनाएं हैं। चालू वर्ष में नवंबर तक देश से 1,926.88 करोड़ रुपये के 71,918 टन काजू का निर्यात हुआ। यह पिछली समान के मुकाबले करीब छह फीसदी कम है। उस दौरान 2,091 करोड़ रुपये 75,806 टन काजू का निर्यात हुआ था। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान 1.09 लाख टन काजू निर्यात हुआ जबकि वित्त वर्ष 2007-08 में यह आंकडा़ 1.14 लाख टन पर था। इस दौरान सबसे अधिक 36565 टन काजू अमेरिका को निर्यात हुआ। देश में काजू का उत्पादन महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उडीसा, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु आदि राज्यों में प्रमुखता से किया जाता है। (बिज़नस भास्कर)

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