नई दिल्ली : बांग्लादेश और श्रीलंका से प्याज की मांग में हुए इजाफे के कारण अगस्त में भारतीय प्याज के निर्यात में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। प्याज निर्यात बढ़कर 1।51 लाख टन हो गया है। जुलाई में पाकिस्तान ने भारतीय प्याज का आयात बंद कर दिया था, क्योंकि वहां इसकी बेहतर फसल हुई थी। इससे भारतीय प्याज का निर्यात प्रभावित हुआ था। नेफेड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, 'जुलाई में प्याज निर्यात में 24 फीसदी गिरावट आने के बाद अगस्त में यह बढ़कर 1,50,835 टन पहुंच गया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में प्याज का निर्यात 1,49,503 टन था। बांग्लादेश और श्रीलंका में भारतीय प्याज की अच्छी मांग रही है।
चालू वित्त वर्ष में भारत ने अब तक 8।96 लाख टन प्याज का निर्यात किया है जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में प्याज का निर्यात 7.81 लाख टन था। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि भारतीय बंदरगाहों के समीप होने के कारण प्याज निर्यातकों को काफी राहत मिली है। इससे बांग्लादेश के कारोबारी पाकिस्तान की बजाय भारत से बड़ी मात्रा में प्याज का आयात कर रहे हैं। पिछले वित्त वर्ष में पाकिस्तान में प्याज की फसल खराब होने के कारण उसने 1.70 लाख टन प्याज का आयात भारत से किया था, लेकिन चालू वित्त वर्ष में प्याज की बेहतर पैदावार होने से पाकिस्तान पश्चिम एशियाई देशों को बड़ी तादाद में प्याज का निर्यात कर रहा है। अधिकारी ने बताया, 'भारतीय बंदरगाहों से बांग्लादेश की दूरी कम होने के कारण भारतीय प्याज निर्यातकों को काफी राहत मिली है। जहां एक ओर पाकिस्तान ने भारतीय प्याज का आयात बंद कर दिया है, वहीं बांग्लादेश भारी मात्रा में प्याज का आयात कर रहा है।' (बीएस हिन्दी)
08 सितंबर 2009
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