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12 सितंबर 2009

खरीफ का बुवाई रकबा मौजूदा बारिश से भी बढ़ना मुश्किल

मानसूनी बारिश में देरी के कारण खरीफ की फसलों की घटी बुवाई में मौजूदा बारिश भी कोई सुधार नहीं ला सकती है क्योंकि बुवाई का सीजन पूरे देश में समाप्त हो चुका है। चालू खरीफ सीजन में अब तक धान की बुवाई 62।35 और तिलहनों की 11.78 लाख हैक्टेयर कम रही है। हालांकि हाल ही में हो रही बारिश से सरकार उत्पादन सुधरने की उम्मीद पाले हुए है। कृषि आयुक्त डॉक्टर एन. बी. सिंह ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि वर्तमान में हो रही बारिश खरीफ फसलों के लिए फायदेमंद है। उन्होंने कहा कि धान के प्रति हैक्टेयर उत्पादन में पांच फीसदी की बढ़ोतरी होने की उम्मीद है तथा गन्ने की रिकवरी में भी इजाफा होगा। इस बारिश से रबी फसलों के बुवाई क्षेत्रफल में बढ़ोतरी होने की संभावना है। रबी गेहूं की बुवाई पहली नवंबर से शुरू हो जाएगी। हालांकि जानकारों का मानना है कि बारिश जारी रही तो पंजाब और हरियाणा में पक चुकी धान की फसल को नुकसान हो सकता है। जून, जुलाई और अगस्त के मध्य तक मानसून के विफल होने का प्रभाव खरीफ की फसलों की बुवाई पर पड़ा है। सरकार द्वारा जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार धान की बुवाई 62.35 लाख हैक्टेयर घटी है। चालू खरीफ सीजन में 308.72 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी है, जबकि बीते वर्ष की इसी अवधि में 371.07 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।इसी तरह से खरीफ की प्रमुख तिलहनी फसलों का बुवाई क्षेत्रफल भी घटा है। तिलहनों की अब तक कुल बुवाई क्षेत्र 177.71 लाख हैक्टेयर रहा है जबकि बीते वर्ष इसी अवधि में ये 184.42 लाख हैक्टेयर था। मूंगफली का बुवाई रकबा सबसे ज्यादा 8.18 लाख हैक्टेयर गिरकर 42.98 लाख हैक्टेयर रह गया। मोटे अनाजों के बुवाई रकबे में भी 4.61 लाख हैक्टेयर की कमी आई है। मोटे अनाजों की बुवाई 186.11 लाख हैक्टेयर में हुई है जबकि पिछले वर्ष मौजूदा अवधि में ये 190.72 लाख हैक्टेयर था। बाजरा में बुवाई क्षेत्रफल घटा है, अभी तक 68.94 लाख हैक्टेयर में बाजरा की बुवाई हो चुकी है जबकि पिछले वर्ष इस समय तक 73.24 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हो चुकी थी। हालांकि मक्का और ज्वार में कुछ सुधार है।दलहन में हालात कुछ अच्छे नजर आ रहे हैं। राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार अभी तक 96.13 लाख हैक्टेयर में दलहनी फसलों की बुवाई की गई है। जबकि पिछले वर्ष इसी अवधि में दलहनी फसलों का रकबा 91.92 लाख हैक्टेयर था। दलहनों में उड़द और मूंग के बुवाई क्षेत्रफल में क्रमश: 1.82 और 1.69 लाख हैक्टेयर की बढ़ोतरी हुई है। (बिज़नस भास्कर...र स रना)

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