08 सितंबर 2009
एक साल में चावल 13% और गेहूं 4% महंगा
नई दिल्ली : पिछले एक साल के दौरान कमोडिटीज की कीमतों में जिस तरह बढ़ोतरी दर्ज की गई है उससे आने वाले वक्त में गरीबों के लिए जरूरी वस्तुओं को मुहैया कराने के लिए सरकार को इन वस्तुओं का वितरण तंत्र बेहतर बनाने की जरूरत होगी। एसोचैम ईको पल्स स्टडी में कहा गया है कि मांग और आपूर्ति में मौजूद अंतर की वजह से पिछले साल अगस्त से इस साल अगस्त के बीच चावल की थोक कीमतें 13।15 फीसदी और गेहूं की थोक कीमतें 4.71 फीसदी ऊपर चढ़ी हैं, ऐसे में आम आदमी को इन वस्तुओं को मुहैया कराने के लिए सरकार को वितरण प्रणाली को मजबूत बनाना होगा नहीं तो मौजूदा सूखे की स्थिति में जरूरी चीजों की कीमतों में और उछाल आ सकता है। 'भारत में गेहूं और चावल की थोक कीमतों की तुलना' शीर्षक से कराई गई एसोचैम ईको पल्स स्टडी में कहा गया है कि अगस्त 2008 में गेहूं की थोक कीमत 1,167।54 रुपए प्रति क्विंटल थी जो इस अगस्त में बढ़कर 1,222.48 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई है। इस तरह से गेहूं की थोक कीमतों में इस दौरान 4.71 फीसदी का इजाफा हुआ है। एसोचैम के महासचिव डी एस रावत के मुताबिक, 'अध्ययन में पता चला है कि देश में खाद्यान्नों में खपत के मामले में दूसरे नंबर पर रहने वाले चावल की थोक कीमतों में इस दौरान 13.15 फीसदी का उछाल आया है।' अगस्त 2008 में चावल की औसत थोक कीमत 1,873.94 रुपए प्रति क्विंटल थी। इस साल अगस्त में चावल की थोक कीमत बढ़कर 2,120.29 रुपए प्रति क्विंटल पर पहुंच गई है। हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में दूसरे राज्यों के मुकाबले इस साल अगस्त में सबसे कम कीमतें दर्ज की गई हैं। केरल, कर्नाटक, असम, महाराष्ट्र और गुजरात में इस अगस्त में गेहूं की सबसे ज्यादा कीमतें रही हैं। दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उड़ीसा केवल ऐसे राज्य रहे हैं जिनमें चावल की थोक कीमतों में पिछले साल के मुकाबले सबसे ज्यादा गिरावट रही है। दिल्ली में चावल की थोक कीमतों में इस दौरान 8.07 फीसदी की गिरावट आई है। इसी तरह से उत्तर प्रदेश में चावल की थोक कीमतों में 5.89 फीसदी और उड़ीसा में 3.66 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। पिछले साल अगस्त में असम में गेहूं की कीमत 1,042.25 रुपए प्रति क्विंटल थी जो कि इस साल अगस्त में बढ़कर 1,559.80 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है। इसी तरह से आंध्र प्रदेश में पिछले साल गेहूं 1,022.11 रुपए प्रति क्विंटल था जो कि इस बार बढ़कर 1,250 रुपए प्रति क्विंटल हो गई है। केरल में इस दौरान गेहूं की थोक कीमतें 49 फीसदी बढ़ी हैं। जबकि असम में इस दौरान चावल की थोक कीमतों में 49 फीसदी की तेजी आई है। (इत हिन्दी)
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