नई दिल्ली 09 09, 2009
सोने के भाव बढ़ने से सर्राफा बाजार में सोना बेचने वालों की संख्या 10 फीसदी तक बढ़ गयी है। बिकवाल 16,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को मुनाफावसूली के लिए अनुकूल मान रहे हैं।
वहीं मीडिया में सोने के भाव में बढ़ोतरी की प्रबल संभावना की खबर के बाद सर्राफा बाजार में गिन्नी, बिस्कुट एवं छड़ के खरीदार भी बढ़ गए हैं। हालांकि आभूषण बाजार को अब भी ग्राहकों का इंतजार है। बुधवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने की कीमत 15,930 रुपये प्रति 10 ग्राम रही।
दिल्ली सर्राफा बाजार के कारोबारियों के मुताबिक गत फरवरी के दौरान सोने की कीमत 15,700 से भी ऊपर चली गयी थी। ऐसे में उस दौरान जिन लोगों ने निवेश के लिहाज से खरीदारी की थी उनके लिए यह समय बिकवाली का है। गत वर्ष अक्टूबर-नवंबर के दौरान सोना 11,000-12,000 रुपये प्रति 10 ग्रााम के बीच था।
उस दौरान साल भर की एक तिहाई बिक्री हुई थी। वे लोग इस समय को भुनाना चाहते है। दिल्ली सर्राफा बाजार के अध्यक्ष विमल गोयल कहते हैं, 'पहले हमारे पास 5 फीसदी लोग बेचने आते थे अब यह संख्या बढ़कर 15 फीसदी हो गयी है।'
उन्होंने बताया कि पुराने जेवर बेचने वालों की संख्या भी अचानक बढ़ गयी है। दो साल पहले सोने में निवेश करने वालों के लिए तो यह लगभग दोगुना मुनाफा कमाने का मौका है। सर्राफा कारोबारियों ने बताया कि सोने के दाम में बढ़ोतरी की संभावना से जुड़ी खबर मीडिया में लगातार आने से भी सोने के बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ गयी है।
कारोबारियों के मुताबिक पिछले तीन दिनों से मीडिया में लगातार यह खबर चल रही है कि सोना 17,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है। ऐसे में निवेशक इस मौके का फायदा उठाना चाहते हैं और सर्राफा बाजार में इन दिनों मुख्य रूप से गिन्नी, बिस्कुट एवं छड़ की खरीदारी हो रही है।
उनका यह भी कहना है कि जब कीमत चढ रही होती है तो एक समय के बाद ग्राहक बाजार में आने लगते हैं। क्योंकि उन्हें और बढ़ोतरी की आशंका रहती है। हालांकि गहने बाजार में अभी रौनक नहीं आयी है। कारोबारियों ने बताया कि गहनों के असली खरीदार दीपावली के बाद आएंगे। क्योंकि उस दौरान ही शादी-ब्याह का मौसम है। वैसे भी दीपावली के ठीक बाद सोने की कीमत में गिरावट की पूरी संभावना रहती है। (बीएस हिन्दी)
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