लंदन: अमेरिका में कच्चे तेल के स्टॉक में बड़ी गिरावट के कारण बुधवार को इसकी कीमत 71 डॉलर प्रति बैरल से ऊपर जा पहुंची। नाइजीरिया में आतंकी हमलों से तेल की सप्लाई पर असर पड़ने की खबरों से भी कच्चे तेल को समर्थन मिला। बुधवार को वायदा बाजार में कच्चा तेल 1.33 डॉलर ऊपर चढ़कर 71.22 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। लंदन में ब्रेंट क्रूड की कीमत भी 70.78 डॉलर प्रति बैरल हो गई थी। इसमें प्रति बैरल 1.48 डॉलर की मजबूती आई थी। मंगलवार को जारी अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट के आंकड़ों के मुताबिक, अमेरिकी क्रूड स्टॉक में 68 लाख बैरल की गिरावट आई है जबकि विशेषज्ञों ने महज 20 लाख बैरल की गिरावट का ही अंदेशा जाहिर किया था। पेट्रोमिक्स के ऑलिवर जैकब का कहना है, 'हम कच्चे तेल का उच्चतम स्तर पहले ही देख चुके हैं। अब हम एक और फेज में जा रहे हैं।
स्टॉक में धीरे-धीरे गिरावट आ रही है।' अब निवेशकों की नजर अमेरिकी सरकार से जारी होने वाले आंकड़ों की तरफ है। निवेशक इन आंकड़ों को अधिक विश्वसनीय स्त्रोत मानते हैं। यूएस एनर्जी इन्फर्मेशन एडमिनिस्ट्रेशन (ईआईए) के भी आंकड़ों में क्रूड ऑयल के स्टॉक में गिरावट आने का संकेत है। जैकब का कहना है कि ओपेक ने पिछले साल तेल में कटौती करने की घोषणा की थी। इसका असर दिखना शुरू हो गया है। अब ट्रेडरों की नजर अमेरिका के क्रूड आयात पर भी रहेगी। नाइजीरिया के नाइजर डेल्टा क्षेत्र में आतंकी हमलों के कारण तेल उत्पादन पर काफी असर पड़ा है। इससे तेल कीमतों को समर्थन मिल रहा है। मंगलवार को प्रमुख ऑयल कंपनी रॉयल डच शेल ने कहा कि नाइजीरियाई आतंकवादियों के हमलों के कारण पिछले साल उत्पादित हुए क्रूड के मुकाबले इस बार उत्पादन आधा रह गया है। पिछले साल जुलाई में तेल की कीमतें रिकॉर्ड 147 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंचने के बाद दिसंबर में 33 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गई। उसके बाद से आर्थिक सुधार की उम्मीद में हाल के महीनों में तेल की कीमतों में तेजी देखने को मिल रही है। (ET Hindi)
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