नई दिल्ली : दुनिया में सोने का सबसे बड़ा आयातक भारत लगातार दूसरे महीने इसका निर्यातक रह सकता है। इस साल जनवरी-मार्च तिमाही में पहली बार देश से 20 टन सोने का निर्यात हुआ था। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के मुताबिक अप्रैल-जून की दूसरी तिमाही में हालांकि घरेलू मांग में थोड़ी बढ़ोतरी हुई है, लेनिक यह इतनी नहीं बढ़ी है कि निर्यात की स्थिति खत्म हो सके। यह जरूर है कि करीब 700 टन सोने का आयात करने वाले देश से निर्यात की मात्रा पिछली तिमाही के मुकाबले कम हो सकती है। जानकारों के मुताबिक निर्यात को देश में घटती मांग और अंतरराष्ट्रीय बाजार में मौजूद कीमतों के अंतर के चलते कारोबारियों की बदली रणनीति के तौर पर देखा जा सकता है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (डब्ल्यूजीसी) के निदेशक धर्मेश सोढ़ा के मुताबिक, 'साल की पहली तिमाही के दौरान घरेलू बाजार में सोने की कीमतें काफी ऊंचे स्तर पर थीं। सोने में तेजी की वजह से लोगों ने अपने पास मौजूद पुराने सोने को बेचकर गहने खरीदे। इससे बाजार में स्क्रैप गोल्ड बढ़ गया।' डब्ल्यूजीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि पुरानी ज्वैलरी के बदले कम वैल्यू वाले नए आइटम खरीदने और पुराने गहने गलाकर नए गहने बनवाने की लोगों की प्रवृत्ति में इस दौरान तेजी देखने को मिली है। सोढ़ा का कहना है घरेलू बाजार में स्क्रैप गोल्ड बढ़ने से कारोबारियों ने विदेशी बाजारों में सोने के निर्यात पर जोर दिया। दूसरी तिमाही में निर्यात पहली तिमाही से कुछ कम रह सकता है। दरीबा बाजार के रतनचंद ज्वालानाथ ज्वैलर्स के तरुण गुप्ता के मुताबिक, 'निर्यात किया गया ज्यादातर सोना दुबई गया जहां कीमतों में भारत के मुकाबले ज्यादा बनी हुई थी। इसके अलावा निर्यात होने वाला ज्यादातर सोना सिक्कों की शक्ल में था।' इस साल जनवरी से मार्च के बीच देश से करीब 10 टन सोने के सिक्कों का निर्यात दुबई को हुआ है। सोढ़ा बताते हैं कि ज्वैलर्स पुराने सोने को दुबई भेजकर वहां रिफाइनरियों से इसे 400 औंस (करीब 12 किलो) के सोने के बार में तब्दील करवाते हैं। ट्रेडर इसका लंदन गुड डिलीवरी बार के तौर पर अंतरराष्ट्रीय बाजार में कारोबार करते हैं। बोनांजा ब्रोकरेज के असिस्टेंट वाइस प्रेसिडेंट विभुरतन धारा के मुताबिक, 'इस साल मार्च में सोने ने 16,000 रुपए प्रति 10 ग्राम का उच्चतम स्तर छुआ था। कीमतों में तेजी आने और मांग कम होने की वजह से सोने का आयात कम हुआ है। इस वजह से सोने के निर्यात में बढ़ोतरी दिखाई दी है, हालांकि सोने की ज्वैलरी वगैरह का निर्यात पहले भी होता रहा है।' पिछले साल देश में 590 लाख टन सोने का आयात हुआ था। इसके मुकाबले इस साल जनवरी से जून के छह महीनों में देश में केवल 57 टन सोना ही आयात किया गया है। इस साल फरवरी और मार्च में देश में सोने का बिल्कुल आयात नहीं हुआ है। हालांकि अक्षय तृतीया की वजह से अप्रैल में 20 टन सोने का आयात हुआ लेकिन जून में यह आयात गिरकर 10 टन रह गया है। (ET Hindi)
23 जुलाई 2009
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