नई दिल्ली July 22, 2009
भारत के कच्चे तेल के उत्पादन में जून के महीने में 4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई है, लेकिन रिफाइनरी कंपनियों ने कच्चे तेल से अपेक्षाकृत 3.7 फीसदी कम पेट्रोलियम उत्पाद शोधित किए।
पेट्रोलियम मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) के उत्पादन में 3.5 फीसदी की गिरावट के बावजूद कच्चे तेल का उत्पादन 4.1 फीसदी बढ़कर 27.5 लाख टन हो गया।
उत्पादन में बढ़ोतरी की वजह यह भी हो सकती है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज ने अपने कृष्णागोदावरी बेसिन एमए तेल क्षेत्र से तेल का उत्पादन शुरू कर दिया है। ओएनजीसी के उत्पादन में 4.5 फीसदी की गिरावट के कारण अप्रैल से जून की अवधि के दौरान कुल उत्पादन 1.3 फीसदी घटकर 82.6 लाख टन हो गया।
मुंबई हाई के उत्पादन में कमी के कारण सरकारी कंपनियों का उत्पादन 64 लाख टन से घटकर 61.2 लाख टन हो गया। रिफाइनरी कंपनियों ने जून में 1.31 करोड़ टन कच्चे तेल को पेट्रोलियम उत्पादों में परिवर्तित किया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1. 36 करोड़ टन का था। रिलायंस इंडस्ट्रीज की पुरानी जामनगर रिफाइनरी में अपेक्षाकृत 10.3 फीसदी कम कच्चे तेल का शोधन किया।
कीमतों में सुधार
हाजिर बाजार में मांग की तेजी के अनुमान के कारण कारोबारियों ने अपना भंडार बढ़ाए जाने से एमसीएक्स में कच्चे तेल की वायदा कीमतों में 0.31 फीसदी तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
सितंबर सौदा 0.31 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 3,247 रुपये प्रति बैरल पर पहुंच गया। इसमें 1,433 लॉट के लिए कारोबार हुआ। अगस्त सौदे में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। (BS Hindi)
23 जुलाई 2009
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