21 जुलाई 2009
मक्का के भाव एक हफ्ते में पांच फीसदी बढ़े
नई दिल्ली. उत्तर भारत के साथ आंध्र प्रदेश में कमजोर मानसून से मक्का के उत्पादन में कमी आने की आशंका पैदा होने लगी है। इसीलिए पिछले एक सप्ताह में इसकी कीमतों में लगभग पांच फीसदी की तेजी आ चुकी है। खरीफ की मक्का की आवक सितंबर महीने में होती है। ऐसे में आगामी दिनों में इसकी कीमतों में और भी आठ-दस फीसदी की तेजी आ सकती है।अमेरिकी ग्रेन काउंसिल के भारत में प्रतिनिधि अमित सचदेव ने बिजनेस भास्कर को बताया कि पहली जून से 15 जुलाई तक मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्यों उत्तर प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में मानसून कमजोर रहा है। ऐसे में खरीफ मक्का की पैदावार में कमी आने की आशंका है। इसीलिए स्टार्च और पोल्ट्री फीड निर्माताओं की मांग बढ़ गई है।जिससे मक्का की कीमतों में पिछले एक सप्ताह में करीब पांच फीसदी की तेजी आ चुकी है। पैदावार में कमी की आशंका से आगामी दिनों में इसकी मौजूदा कीमतों में और भी आठ-दस फीसदी की तेजी आने की संभावना है। चालू मार्केटिंग वर्ष (अक्टूबर से प्रारंभ) में जून तक के दौरान भारत से करीब 15 से 18 लाख टन मक्का का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल 32 लाख टन मक्का का निर्यात हुआ था। इस समय अंतरराष्ट्रीय बाजार में मक्का के भाव 200 डॉलर प्रति टन (एफओबी) चल रहे हैं।गोपाल ट्रेडिंग कंपनी के प्रोपराइटर राजेश अग्रवाल ने बताया कि पिछले एक सप्ताह में मक्का की कीमतों में 35-40 रुपये की तेजी आकर भाव 965-970 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। बिहार से दिल्ली में मक्का की दैनिक आवक घटकर मात्र आठ-दस ट्रक की रह गई है। उधर बिहार में भाव बढ़कर 800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए तथा बिहार में अब मात्र पंद्रह-बीस फीसदी माल ही बचा हुआ है। कोलकाता में मक्का के भाव बढ़कर 950 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। निजामाबाद के मक्का व्यापारी पूनम चंद गुप्ता ने बताया कि पोल्ट्री और स्टार्च मिलों की मांग बढ़ने से निजामाबाद में भाव 925-930 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। जबकि कर्नाटक की मंडियों में भाव 920-925 रुपये प्रति क्विंटल बोले जा रहे हैं।कृषि मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी बुवाई आंकड़ों के मुताबिक चालू खरीफ सीजन में 46.18 लाख हैक्टेयर एरिया में मक्का की बुवाई हो चुकी है जो कि पिछले साल की समान अवधि के 47.41 लाख हैक्टेयर के मुकाबले कम है। मंत्रालय द्वारा जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक वर्ष 2008-09 में देश में मक्का का उत्पादन 184 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले इसके पिछले साल 189 लाख टन का उत्पादन हुआ था। खरीफ सीजन में मक्का का उत्पादन मुख्यत: उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तमिलनाडु में होता है। कर्नाटक, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश में बारिश अच्छी हुई हैं लेकिन उत्तर प्रदेश, राजस्थान और आंध्र प्रदेश में मानसून काफी कमजोर रहा है। (Business Bhaskar...R S Rana)
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