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27 जुलाई 2009

विदेश में तेजी के बाद भी घरेलू बाजार में रबर स्थिर

विदेशी बाजार में पिछले दस दिनों में नेचुरल रबर की कीमतों में करीब दस फीसदी की तेजी आई है। लेकिन निर्यातकों के साथ-साथ टायर निर्माताओं की मांग कमजोर होने से घरेलू बाजार में भाव स्थिर बने हुए हैं। सिंगापुर के सीकॉम में रबर के भाव बढ़कर 89-90 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) हो गए। लेकिन कोट्टायम में नेचुरल रबर आरएसएस-4 के भाव 98 रुपये और आरएसएस-5 के 96 रुपये प्रति किलो पर स्थिर बने हुए हैं। उधर कच्चे तेल की कीमतों में पिछले एक सप्ताह में 4.6 फीसदी की तेजी आई है। ऐसे में अगर विदेशी बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में और चार-पांच फीसदी की तेजी आती है तो फिर घरेलू बाजार में भाव बढ़ सकते हैं।रबर मर्चेट एसोसिएशन के सचिव अशोक खुराना ने बताया कि सिंगापुर के सीकॉम में रबर के भाव पिछले दस दिनों में 81-82 रुपये से बढ़कर 89-90 रुपये प्रति किलो (भारतीय मुद्रा में) हो गए। लेकिन आयात में 107 फीसदी की भारी बढ़ोतरी और निर्यात में भारी कमी आने के कारण घरेलू बाजार में तेजी नहीं आ रही है। विदेशी बाजार में नेचुरल रबर की कीमतों में और चार-पांच फीसदी की तेजी आती है तो आयात पड़ता महंगा होने से घरेलू बाजार में भी भाव बढ़ सकते हैं। पिछले एक सप्ताह में कच्चे तेल की कीमतों में 4.6 फीसदी की तेजी आकर शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसके भाव 66.97 डॉलर प्रति बैरल हो गये।उन्होंने बताया कि अप्रैल-मई में उत्पादक क्षेत्रों में बारिश कम होने से पहली तिमाही में नेचुरल रबर का उत्पादन घटा है लेकिन जून और जुलाई में हुई बारिश से आगामी महीनों में उत्पादन बढ़ेगा। चालू महीने के दौरान घरेलू बाजार में रबर की कीमतों में मात्र एक-दो रुपये प्रति किलो की घटबढ़ देखी गई।रबर बोर्ड के मुताबिक चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल से जून के दौरान 159,520 टन नेचुरल रबर का उत्पादन हुआ जो कि पिछले साल की समान अवधि के 179,565 टन के मुकाबले करीब 11 फीसदी कम है। इस दौरान नेचुरल रबर का आयात 107 फीसदी बढ़कर 44,093 टन हो गया। जबकि पिछले साल की समान अवधि में 21,259 टन का आयात हुआ था। आयात तो बढ़ा ही है, साथ ही निर्यात में इस दौरान भारी गिरावट दर्ज की गई। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में देश से मात्र 834 टन नेचुरल रबर का निर्यात हुआ है जोकि गत वर्ष की समान अवधि के 16,300 टन के मुकाबले काफी कम है। इंटरनेशनल रबर स्टडी ग्रुप के मुताबिक चालू वर्ष में विश्व स्तर पर रबर के उत्पादन में 2.3 फीसदी कमी आने की संभावना है। (Business Bhaskar.....R S Rana)

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