मुंबई July 29, 2009
भारत के सीमेंट उद्योग का जबरदस्त प्रदर्शन लागतार जारी है। निर्माण कार्यों में प्रयुक्त वस्तुओं की मांग में बढ़ोतरी की वजह से लगातार पांचवें महीने यानी जुलाई में भी विकास दर का दहाई अंकों में रहना तय माना जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि भारत का 2.26 करोड़ टन का सीमेंट उद्योग चीन के बाद विश्व में सीमेंट का दूसरा सबसे बडा बाजार है। सीमेंट उद्योग के विश्लेषक और सीमेंट निर्माता कंपनियों के अनुमान के अनुसार सीमेंट की आपूर्ति 11 फीसदी की दर पर बरकरार रह सकती है।
इस बाबत सीमेंट मैनुफेक्चरर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष हरि मोहन बांगड़ ने कहा,' जुलाई में सीमेंट की मांग में काफी बढ़ोतरी देखी गई है, हालांकि, जून की तुलना में यह कम जरूर है, लेकिन इसके बावजूद साल-दर-साल के आधार पर विकास दर 11 फीसदी के स्तर पर को छू लेगा। जून में आपूर्ति में 12.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।'
इससे साफ संकेत मिल रहे हैं कि जुलाई में 160 लाख टन से अधिक सीमेंट की आपूर्ति होगी जो पिछले साल की समान अवधि में 145 लाख टन था। पिछले साल जुलाई में सीमेंट उद्योग की विकास दर 8.13 फीसदी दर्ज की गई थी।
हालांकि, इस साल मानूसन ने कुछ क्षेत्रों में सीमेंट की मांग पर असर जरूर पडा है लेकिन इससे कोई खास अंतर नहीं पड़ेगा। इस बाबत अंबुजा सीमेंट के व्यावसायिक और विपणन प्रमुख अजय क पूर कहते हैं 'मानसून ने कुछ क्षेत्रों में मांग को प्रभावित किया है लेकिन जुलाई में कमोबेश मांग बेहतर रहेगी।' (BS Hindi)
30 जुलाई 2009
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