नई दिल्ली July 20, 2009
मानसून में कम बारिश का असर देश के उत्तरी राज्यों में होने वाली दूध की खरीद पर देखने को मिल रहा है। इसकी वजह से मदर डेयर और अमूल जैसी कंपनियों की खरीद लागत में 10-15 फीसदी तक का इजाफा हो रहा है।
नतीजतन डेयरी उत्पादों मसलन घी और पाउडर दूध की कीमतों में भी तेजी आ रही है। मदर डेयरी के मुख्य कार्याधिकारी पॉल थैचिल का कहना है, 'देश के उत्तरी क्षेत्रों से दूध की खरीद में लगभग 15 फीसदी तक की गिरावट आई है। इसके साथ ही खरीद कीमतों में भी 10-15 फीसदी तक की उछाल आयी है।'
हालांकि देश के सबसे बड़े दूध के खुदरा विके्रता ने यह फैसला नहीं लिया है कि वे इस बढ़ती लागत का बोझ उपभोक्ताओं पर भी डालेंगे या नहीं। देर से मानसून आने की वजह से दूध की खरीद के लिए सारी चीजें प्रतिकूल हो रही हैं। थैचिल का कहना है, 'हम लगातार स्थिति का मूल्यांकन कर रहे है और सही समय पर हम उपयुक्त फैसला लेंगे।'
घी और पाउडर दूध की कीमतों में पिछले 3-4 हफ्ते के दौरान तेजी आ चुकी है। घी की कीमतें लगभग 20 फीसदी की उछाल के साथ 240 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई जबकि पाउडर दूध की कीमतें मामूली रूप से 130-135 रुपये प्रति किलोग्राम से बढ़कर 135-140 रुपये हो गई।
पाउडर दूध की एक बड़ी निर्माता र्स्टलिंग एग्रो इंडस्ट्रीज के प्रबंध निदेशक कुलदीप सालूजा का कहना है, 'देर से बारिश होने की वजह से उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में दूध के उत्पादन में 15-20 फीसदी तक की कमी हुई है। देश में अगले गर्मी के मौसम के लिए दूध का स्टॉक तैयार करना संभव नहीं होगा और हमें आयात करना पड़ सकता है।'
डेयरी उत्पादों की कीमतें अक्टूबर के त्योहारी महीने में और भी बढ़ सकती हैं। इसी वजह से सरकार को डेयरी उत्पाद के निर्यात को ज्यादा प्रोत्साहन नहीं देना चाहिए। एसएमसी फूड के निदेशक संदीप अग्रवाल का कहना है कि ज्यादा गर्मी की वजह से डेयरी उत्पादों मसलन दही, आइसक्रीम और दूसरे बेवरेज की मांग में इजाफा हुआ जबकि दूध की उपलब्धता में भी कमी आ रही है।
उनका कहना है कि एक बार जब नियमित रूप से बारिश शुरू हो जाएगी तब दूध की उपलब्धता भी बढ़ जाएगी। अमूल के मुख्य महाप्रबंधक आर एस सोढ़ी का कहना है, 'उत्तरी राज्यों में मानसून में देरी हुई है और खरीद की कीमत में भी उछाल आया है। लेकिन मानसून की वजह के अलावा कीमतों में तेजी की वजह जानवरों के चारे की कीमतों में आया उछाल भी है।' (BS Hindi)
21 जुलाई 2009
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