नई दिल्ली: पिछले दो-तीन दिनों में हिमाचल प्रदेश में हुई अच्छी बारिश अपने साथ मिठास का संकेत लेकर आई है। दरअसल इस बारिश से सेब की गुणवत्ता बेहतर होने की उम्मीद जताई जा रही है। हिमाचल प्रदेश के सेब की बड़ी खपत दिल्ली में होती है। इस वक्त दिल्ली में विदेश से आयातित सेब की आपूर्ति हो रही है। आयातित सेब की कीमत 125 रुपए प्रति किलो के करीब चल रही है जबकि हिमाचल से आने वाले सेब की कीमत 30 से 40 रुपए प्रति किलो रहती है। इस साल गर्मी ज्यादा पड़ने की वजह से सेब के उत्पादन में गिरावट की आशंका जताई जा रही है। हिमाचल प्रदेश के बागवानी विभाग के निदेशक डॉ. गुरुदेव सिंह के मुताबिक, 'हाल की बारिश से उत्पादन में तो कोई बढ़ोतरी नहीं होगी क्योंकि सेब की फसल तकरीबन तैयार हो चुकी है लेकिन इससे सेब की क्वॉलिटी जरूर बेहतर हो जाएगी।'
दिल्ली में हर रोज 500 से 700 ट्रक सेब आता है। सीजन के चरम पर रहने के दौरान तो यह आवक बढ़कर 1,000 ट्रक तक पहुंच जाती है। एक ट्रक में 10 टन सेब होता है। दिल्ली की प्रमुख फल-सब्जी मंडी आजादपुर एपीएमसी के सदस्य मेठाराम कृपलानी के मुताबिक, 'हिमाचल में बारिश होने से वहां सेब की क्वॉलिटी में सुधार होगा। इसके अलावा सेब का रंग भी बेहतर होगा।' कारोबारियों का मानना है कि हिमाचल में सेब की अच्छी फसल होने से दिल्ली में सेब की कीमतों में नरमी आनी तय है। हिमाचल प्रदेश देश का प्रमुख सेब उत्पादक राज्य है। यहां होने वाले कुल उत्पादन का करीब 90 फीसदी घरेलू बाजार में खप जाता है, जबकि बकाया 10 फीसदी हिस्से का निर्यात कर दिया जाता है। हिमाचल प्रदेश के अलावा कश्मीर और उत्तराखंड में भी सेब का उत्पादन होता है। कश्मीर में सेब का उत्पादन करीब 12 लाख टन सालाना रहता है। मॉनसून में देरी और बढ़ती गर्मी के चलते हिमाचल प्रदेश में सेब की फसल का उत्पादन पिछले साल के मुकाबले कम रहने की आशंका है लेकिन पिछले कुछ दिनों में हुई ठीक-ठाक बारिश ने सेब की क्वालिटी पर छाए संकट के बादलों को कुछ हद तक कम किया है। साल 2008 में हिमाचल प्रदेश में 2.6 करोड़ बॉक्स सेब का उत्पादन हुआ था। एक बॉक्स में 25 किलो सेब होता है। इस तरह से साल 2008 में हिमाचल में सेब का कुल उत्पादन 6.5 लाख टन रहा था। साल 2009 में आशंका जताई जा रही थी कि सेब उत्पादन घटकर 4.5 लाख टन पर आ जाएगा। भारतीय मौसम विज्ञान (आईएमडी) के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक हिमाचल प्रदेश, कश्मीर और उत्तर भारत के दूसरे हिस्सों में बारिश जारी रह सकती है। ऐसे में सेब की फसल को फायदा मिलने के पूरे आसार दिखाई दे रहे हैं। (ET Hindi)
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