कुल पेज दृश्य

20 जुलाई 2009

हीरा उद्योग से कारीगरों ने मुंह फेरा

मुंबई July 19, 2009
सूरत के हीरा उद्योग में कारीगरों की भारी कमी हो गयी है।
5000 करोड़ के कारोबार वाले इस उद्योग में मांग निकलने लगी है, लेकिन नौकरी की अनिश्चितता को देखते हुए पुराने कारीगर हीरा उद्योग की ओर आने से कतरा रहे हैं। मंदी के दौर में इस उद्योग से जुड़े अधिकतर कारीगर कपड़ा व खेती के क्षेत्र में चले गये।
गत दीपावली से पहले तक हीरा उद्योग की 3000 इकाइयों में लगभग 6 लाख कारीगर काम कर रहे थे। लेकिन गत अक्टूबर में मंदी का दौर शुरू होने के बाद अमेरिका व यूरोप के देशों में हीरा आभूषणों की मांग में भारी गिरावट आ गयी और इन कारीगरों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा। मंदी के कारण करीब हीरा आभूषण बनाने वाली 95 फीसदी फैक्टरियां बंद हो गयीं।
एक अनुमान के मुताबिक दीपावली से पहले 2 लाख कारीगरों ने सूरत छोड़ दिया और वे कपड़ा उद्योग समेत अन्य काम में रोजगार करने लगे। गत फरवरी तक हीरा उद्योग में मुश्किल से एक लाख प्रशिक्षित कारीगर बच गये।
इस साल के अप्रैल तक 10-12 फीसदी पुराने कारीगर फिर से हीरा उद्योग में काम करने लगे हैं। गुजरात हीरा बोर्स के सह सचिव प्रवीण नानावटी कहते हैं कि हीरा आभूषणों की मांग फिर से निकल रही है, लेकिन श्रमिकों की कमी के कारण उद्योग को नुकसान पहुंच रहा है।
वे कहते हैं कि इस उद्योग में काम करने वाले अधिकतर श्रमिक पश्चिम बंगाल, बिहार एवं अन्य उत्तर पूर्व राज्यों के हैं और उन्हें नौकरी की गारंटी के बिना फिर से बुलाने में काफी दिक्कत हो रही है। ये श्रमिक गत साल मंदी के दौरान बिना किसी सुनिश्चितता के दिहाड़ी के आधार पर काम कर रहे थे।
उन्होंने यह भी कहा कि उद्योग के अधिकारिक सूत्रों के मुताबिक हीरा आभूषणों की बिक्री में गत मार्च के मुकाबले 15 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, लेकिन अब भी यह बिक्री गत वर्ष के जुलाई के स्तर से काफी पीछे है।
आभूषण के स्टॉक में भारी कमी आ गयी है और इस कारण बड़े आकार के हीरा आभूषणों के दाम में 10-15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गयी है। जबकि मझोले आकार के आभूषणों की कीमत में बीते दो महीनों के दौरान 7-8 फीसदी का इजाफा हुआ है। छोटे आकार वाले आभूषणों के दाम में कोई बदलाव नहीं आया है।
दूसरी तरफ डी बियर ने छिछले हीरों की कीमत में जुलाई के दौरान 15 फीसदी की बढ़ोतरी की है। एशियन रिजन इंडिया इंटरनेशनल शो में प्रदर्शनी लगाने वालों की भारी भीड़ को देखते हुए भी यह कहा जा सकता है कि हीरा आभूषणों की मांग में तेजी आयी है। (BS Hindi)

कोई टिप्पणी नहीं: