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14 जुलाई 2009

वैश्विक बाजार में सोयाबीन की वायदा कीमतों में नरमी

मांग के मुकाबले आवक बढ़ने की संभावना से वैव्श्रिक सोयाबीन वायदा में नरमी देखी गई। इस दौरान सीबॉट समेत चीन और भारत में भी सोयाबीन वायदा की कीमतों में नरमी दर्ज की गई। हालांकि घरलू हाजिर बाजार में सोयाबीन मजबूत रहा। डलियन कमोडिटी एक्सचेंज में सोयाबीन 2010 जनवरी वायदा करीब 0.1 फीसदी की गिरावट के साथ 3,533 युआन प्रति टन पर बंद हुआ। डालू फ्यूचर के रिसर्च मैनेजर गाओ योनरॉंग के मुताबिक आवक बढ़ने की संभावना से वायदा में मुनाफावसूली हुई है। चालू साल के पहले छह महीनों के दौरान चीन में सोयाबीन आयात करीब 28 फीसदी बढ़ा है। कस्टम विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस दौरान यहां करीब 2.21 करोड़ टन सोयाबीन का आयात हो चुका है। यूएस सोयाबीन एसोसिएशन के एशिया निदेशक जॉन लिंडब्लॉम के मुताबिक हालांकि एशियाई बाजारों में खाद्य तेल और पशुचार की मांग बढ़ती दिख रही है। लिहाजा लंबी अवधि में सोयाबीन में मजबूती के आसार हैं। लेकिन चूकि आने वाले दिनों में चीन द्वारा स्टॉक से सोयाबीन बेचने के कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में छोटी अवधि के लिए सोयाबीन में नरमी बरकरार रह सकती है। ,उधर सीबॉट के इलेक्ट्रॉनिक कारोबार में भी सोयाबीन वायदा नरम रहा। इस साल अमेरिका में सोयाबीन की पैदावार बढ़ने की संभावना है। साथ ही वैव्श्रिक बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में आई गिरावट से भी सोयाबीन का कारोबार प्रभावित हुआ है। इस बीच भारत में भी सोयाबीन वायदा नरमी के साथ कारोबार किया। दिन भर के कारोबार के दौरान एनसीडीईएक्स में सोयाबीन जुलाई वायदा भी नरमी के साथ 2190 रुपये प्रति क्विंटल पर कारोबार किया। हालांकि हाजिर में सोयाबीन के भाव मजबूत रहे। (Business Bhaskar)

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