02 जुलाई 2009
मसाला निर्यात में 23फीसदी की गिरावट सबसे ज्यादा कमी लाल मिर्च में
चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों अप्रैल और मई में देश से मसाला निर्यात में 23 फीसदी की गिरावट आई है। भारतीय मसाला बोर्ड के सूत्रों के अनुसार इस दौरान 82,435 टन मसालों का निर्यात हुआ जबकि पिछले साल की समान अवधि में 106,375 टन का निर्यात हुआ था। सबसे ज्यादा गिरावट काली मिर्च, लाल मिर्च और जीरा के निर्यात में दर्ज की गई। हालांकि हल्दी और धनिया के निर्यात में इस दौरान क्रमश: 17 व 22 फीसदी का इजाफा हुआ है।अप्रैल-मई महीने में देश से कालीमिर्च के निर्यात में करीब 46 फीसदी की गिरावट देखी गई। इस दौरान भारत से मात्र 3,000 टन कालीमिर्च का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 5,580 टन का निर्यात हुआ था। मैसर्स केदारनाथ एंड संस के अजय अग्रवाल ने बताया कि भारत के मुकाबले वियतनाम की कालीमिर्च के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में कम होने के कारण ही भारत से निर्यात में कमी आई है। भारतीय कालीमिर्च के भाव अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2650-2700 डॉलर प्रति टन (सीएंडएफ) चल रहे हैं जबकि वियतनाम की कालीमिर्च के भाव 2350-2400 डॉलर प्रति टन हैं। लाल मिर्च के निर्यात में चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में 48 फीसदी की कमी आई है। इस दौराल लाल मिर्च का मात्र 26,000 टन का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 50,275 टन का निर्यात हुआ था।इसी तरह से जीरे का निर्यात अप्रैल-मई महीने में 13 फीसदी गिरा है। इस दौरान देश से जीरे का 9,750 टन का ही निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 11,185 टन जीरे का निर्यात हुआ था। ऊंझा के जीरा निर्यातक कुनाल शाह ने बताया कि टर्की और सीरिया में नई फसल की आवक शुरू होने के कारण भारत से खाड़ी देशों की मांग घट गई है। मालूम हो कि पिछले साल टर्की और सीरिया में फसल खराब हो गई थी, जिससे भारत से जीरे के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई थी।हल्दी का निर्यात चालू वित्त वर्ष के पहले दो महीनों में देश से करीब 17 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान हल्दी का 10,500 टन का निर्यात हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में देश से हल्दी का 9,010 टन का निर्यात हुआ था। धनिया के निर्यात में इस दौरान करीब 22 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 9,250 टन का हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 7,575 टन का निर्यात हुआ था। (Business Bhaskar....R S Rana)
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