एजेंसियां / नई दिल्ली August 26, 2008
अपर्याप्त आधारभूत सुविधाओं और समर्थन के अभाव में वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज में सरसों बीज, तेल और खली के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है।
वायदा बाजार को नियंत्रित करने वाले इस संस्थान के अध्यक्ष बी. सी. खटुआ के मुताबिक, 31 जुलाई के बाद बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज में सरसों बीज, तेल और खली के कारोबार को जारी रखने से रोक दिया गया है। खटुआ ने बताया कि बीकानेर एक्सचेंज के पास इसका पर्याप्त भंडार नहीं है। इसके कारोबार के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाएं और समर्थन भी एक्सचेंज के पास नहीं है। मालूम हो कि आज से लगभग 5 साल पहले इस एक्सचेंज की शुरुआत की गई थी। उधर इस फैसले पर हैरानी जताते हुए बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज के निदेशक आनंद कुमार गोयल ने बताया कि न जाने किस आधार पर एफएमसी ने यह फैसला कर लिया।हालांकि गोयल ने स्वीकार किया कि पिछले दो सालों से एक्सचेंज में सरसों का कारोबार स्थिर पड़ा है। इसकी वजह नैशनल एक्सचेंजों की ओर सरसों के कारोबार का जाना है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमने एफएमसी को लिखा है कि वो इस मामले पर दोबारा विचार करे। साथ ही गोयल ने कहा कि एक्सचेंज के पास पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं हैं। तभी तो यहां ग्वार का कारोबार काफी सक्रियता से किया जा रहा है। यहां अगस्त के पहले पखवाड़े में 20.90 करोड़ रुपये से अधिक राशि का 12,160 करोड़ रुपये का ग्वार खरीदा-बेचा गया है। (BS Hindi)
अपर्याप्त आधारभूत सुविधाओं और समर्थन के अभाव में वायदा बाजार आयोग (एफएमसी) ने बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज में सरसों बीज, तेल और खली के वायदा कारोबार पर रोक लगा दी है।
वायदा बाजार को नियंत्रित करने वाले इस संस्थान के अध्यक्ष बी. सी. खटुआ के मुताबिक, 31 जुलाई के बाद बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज में सरसों बीज, तेल और खली के कारोबार को जारी रखने से रोक दिया गया है। खटुआ ने बताया कि बीकानेर एक्सचेंज के पास इसका पर्याप्त भंडार नहीं है। इसके कारोबार के लिए जरूरी आधारभूत सुविधाएं और समर्थन भी एक्सचेंज के पास नहीं है। मालूम हो कि आज से लगभग 5 साल पहले इस एक्सचेंज की शुरुआत की गई थी। उधर इस फैसले पर हैरानी जताते हुए बीकानेर कमोडिटी एक्सचेंज के निदेशक आनंद कुमार गोयल ने बताया कि न जाने किस आधार पर एफएमसी ने यह फैसला कर लिया।हालांकि गोयल ने स्वीकार किया कि पिछले दो सालों से एक्सचेंज में सरसों का कारोबार स्थिर पड़ा है। इसकी वजह नैशनल एक्सचेंजों की ओर सरसों के कारोबार का जाना है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में हमने एफएमसी को लिखा है कि वो इस मामले पर दोबारा विचार करे। साथ ही गोयल ने कहा कि एक्सचेंज के पास पर्याप्त बुनियादी सुविधाएं हैं। तभी तो यहां ग्वार का कारोबार काफी सक्रियता से किया जा रहा है। यहां अगस्त के पहले पखवाड़े में 20.90 करोड़ रुपये से अधिक राशि का 12,160 करोड़ रुपये का ग्वार खरीदा-बेचा गया है। (BS Hindi)
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