नई दिल्ली August 26, 2008 ! पिछले हफ्ते देश की रिफाइनरियों द्वारा खरीदे जाने वाले कच्चे तेल की कीमतों में 1.56 डॉलर प्रति बैरल की वृद्धि हुई है। इस तरह क्रूड ऑयल बास्केट का भाव प्रति बैरल 115.87 डॉलर तक पहुंच चुका है।
गौरतलब है कि भारतीय क्रूड ऑयल बास्केट में ओमान-दुबई शोर क्रूड और ब्रेंट स्वीट क्रूड की हिस्सेदारी क्रमश: 62.3 और 37.7 फीसदी की है। कच्चे तेल की वैश्विक कीमतों का अनुसरण करते हुए भारतीय बास्केट का भाव 15 अगस्त के बाद लगातार बढ़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को कच्चे तेल की कीमत पिछले चार महीने में सबसे निचले स्तर तक चली गयी थी। उस दिन एक बैरल कच्चे तेल की कीमत 107.93 डॉलर तक पहुंच गयी थी। लेकिन तब से कीमतों में उछाल आते-आते यह 115.87 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच चुका है।
जुलाई महीने में भारतीय कच्चे तेल के बास्केट का भाव प्रति बैरल जहां 132.37 डॉलर था, वहीं इस महीने इसकी कीमतों में 14.3 फीसदी की कमी हुई है। अब तक इस महीने कच्चे तेल की कीमतों का औसत 113.50 डॉलर प्रति बैरल का रहा है।
पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क मर्केंटाइल एक्सचेंज में लाइट स्वीट क्रूड ऑयल की साप्ताहिक कीमतें पिछले तीन हफ्तों में पहली बार चढ़कर बंद हुई है। लेकिन सोमवार को इसमें 50 फीसदी तक की कमी हुई है। पिछले हफ्ते कच्चे तेल की कीमतों में बढ़त की मुख्य वजह अमेरिका और रूस के बीच पैदा हो रहा राजनीतिक तनाव था। मालूम हो कि जॉर्जिया को लेकर अमेरिका और रूस में मनमुटाव की स्थिति पैदा हो चुकी है। (BS Hindi)
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