मुंबई August 27, 2008
महाराष्ट्र स्टेट शुगर कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (एमएसएससीएफएल) के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवारे ने कहा है कि गन्ने की पेराई के अगले सीजन में लगभग 28 से 30 प्रतिशत गन्ना पेराई के लिए उपलब्ध होगा।
इस कारण अक्टूबर से शुरू होने वाले चीनी के उत्पादन में महत्वपूर्ण गिरावट आएगी। एक संवाददाता सम्मेलन में नाइकनवारे ने कहा कि लगभग 761 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी और 91 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। हालांकि, इस साल गन्ने की उपलब्धता लगभग 500 लाख टन होने वाली है और चीनी का उत्पादन लगभग 76 लाख टन होने की उम्मीद है। इससे पहले दिन में एमएसएसएफसीएल की मंत्रियों के साथ चीनी के मुद्दे पर एक बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षतता मुख्य मंत्री विलास राव देशमुख ने की। नाइकनवारे ने कहा कि एमएसएसएफसीएल इस बात पर सहमत हुई कि वह किसानों को पहली किश्त पर के तौर पर वैधानिक न्यूनतम मूल्य देगी और अगर शुगर कॉपरेटिव की वित्तीय स्थिति ठीक रहती है तो यह उससे अधिक कीमत भी दे सकती है। (BS Hindi)
महाराष्ट्र स्टेट शुगर कोऑपरेटिव फेडरेशन लिमिटेड (एमएसएससीएफएल) के प्रबंध निदेशक प्रकाश नाइकनवारे ने कहा है कि गन्ने की पेराई के अगले सीजन में लगभग 28 से 30 प्रतिशत गन्ना पेराई के लिए उपलब्ध होगा।
इस कारण अक्टूबर से शुरू होने वाले चीनी के उत्पादन में महत्वपूर्ण गिरावट आएगी। एक संवाददाता सम्मेलन में नाइकनवारे ने कहा कि लगभग 761 लाख टन गन्ने की पेराई हुई थी और 91 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ था। हालांकि, इस साल गन्ने की उपलब्धता लगभग 500 लाख टन होने वाली है और चीनी का उत्पादन लगभग 76 लाख टन होने की उम्मीद है। इससे पहले दिन में एमएसएसएफसीएल की मंत्रियों के साथ चीनी के मुद्दे पर एक बैठक हुई थी जिसकी अध्यक्षतता मुख्य मंत्री विलास राव देशमुख ने की। नाइकनवारे ने कहा कि एमएसएसएफसीएल इस बात पर सहमत हुई कि वह किसानों को पहली किश्त पर के तौर पर वैधानिक न्यूनतम मूल्य देगी और अगर शुगर कॉपरेटिव की वित्तीय स्थिति ठीक रहती है तो यह उससे अधिक कीमत भी दे सकती है। (BS Hindi)
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