नई दिल्ली, 18 अगस्त। व्यापारिक सूत्रों के अनुसार वर्तमान में ऊंझा मण्डी में जीरे की दैनिक आवक मात्र 2000 से 2200 बोरियों की हो रही है जबकि घरेलू व निर्यातकों की मांग इस समय 4000 से 5000 बोरी दैनिक की देखी जा रही है। गत वर्ष की तुलना में इसका स्टॉक भी काफी कम है, तथा नई फसल की आवकों में अभी छ: माह का समय शेष है। इन हालातों में भविष्य में जीरे में तेजी के ही आसार हैं।
जीरा स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने के साथ ही घरेलू व निर्यातकों की मांग बढ़ने से पिछले दो-तीन दिनों से इसके भावों में 100 से 150 रूपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। बंगलादेश का बार्डर पिछले दिनों राजनीतिक कारणों से बन्द चल रहा था जोकि खुल गया है इसलिए व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले दिनों में बंगलादेश से मांग में बढ़ोत्तरी होगी। इसी के चलते स्टॉकिस्टों ने बिकवाली घटा दी है।
ऊंझा मण्डी में वर्तमान में जीरे का स्टॉक सात से साढ़े सात लाख बोरियों का बताया जा रहा है जोकि गत वर्ष की समान अवघि के मुकाबले आधा है। नई फसल की बिजाई नवम्बर माह में होगी तथा नई फसल की आवकें फरवरी माह में बनेगी। आगामी महीनो में घरेलू माल तो बढ़ेगी ही साथ ही निर्यातकों की मांग में भी इजाफा होने से भावों में तेजी को बल मिलेगा।
ऊंझा मण्डी में आज जीरे की आवक करीब 2000 से 2200 बोरियों (प्रति बोरी 55 किलोग्राम) की हुई जबकि इसके भाव बढ़कर 2250 से 2300 रूपये प्रति 20 किलोग्राम हो गये।.......R S Rana
19 अगस्त 2008
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