नई दिल्ली। इस साल दालों का उत्पादन कम होना तय हो गया है। जिसके चलते दालों के बढ़ते दामों में कमी की कोई संभावना फिलहाल नहीं है। खरीफ सीजन में दलहन के बुवाई क्षेत्रफल में 16 फीसदी की गिरावट हुई है। दूसरी ओर धान क ा बुवाई क्षेत्रफल 8 फीसदी तक बढ़ा है। साथ ही तिलहन का बुवाई क्षेत्रफल जो अगस्त के शुरूआत में पिछले साल से कम था। वह अब पिछले साल से ज्यादा हो गया है। कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार 29 अगस्त तक दलहन क ी बुवाई 97.7 लाख हैक्टेयर में हुई है जो पिछले साल की इसी अवधि में 116.8 लाख हैक्टेयर थी। अरहर का बुवाई क्षेत्रफल पिछले साल के 37.04 लाख हैक्टेयर से कम होकर 33.3 लाख हैक्टेयर रह गया है।मूंग का क्षेत्रफल 31.2 लाख हैक्टेयर से कम होकर 22.8 लाख हैक्टेयर रह गया है। इस सीजन में तिलहन का बुवाई क्षेत्रफल पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले करीब 2 फीसदी बढ़कर 172.94 लाख हैक्टेयर हो गया है। सोयाबीन के बुवाई क्षेत्रफल में इस बार आठ फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले साल इसी अवधि तक इसकी बुवाई 87.2 लाख हैक्टेयर में हुई थी जो इस साल बढ़कर 95.19 लाख हैक्टेयर में हुई है। चावल की अच्छी कीमतों के चलते किसानों का धान की ओर रुझान बढ़ा है। धान क ा बुवाई क्षेत्रफल पिछले साल की इसी अवधि में 344.76 लाख हैक्टेयर था। जो इस साल बढ़कर 391.17 लाख हैक्टेयर हो गया है। (Business Bhaskar)
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