नई दिल्ली : सोयाबीन के रकबे में बढ़ोतरी और पर्याप्त आपूर्ति के मद्देनजर खाने के तेलों में और कमी आ सकती है। 23 अगस्त को समाप्त हुए हफ्ते के दौरान भी खाने के तेलों की कीमतों में कमी दर्ज की गई थी।
कृषि मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 92.8 लाख हेक्टेयर क्षेत्रों में सोयाबीन की बुआई की गई है, जो पिछले साल की समान अवधि के 86 लाख हेक्टेयर क्षेत्रों की तुलना में ज्यादा है।
कुल तिलहनों के रकबे में हालांकि इस अवधि के दौरान के दौरान कमी आई है, लेकिन मानसून में सुधार को देखते हुए कुल उत्पादन पर इसके असर की संभावना कम ही है।
कारोबारियों के अनुसार पिछले दिनों सरकार ने डॉमेस्टिक लेवल पर सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए 1,69000 टन खाने के तेल का आयात किया जिससे डॉमेस्टिक लेवल पर फिलहाल खाने के तेल के सप्लाई की कोई समस्या नहीं है।
उधर सेंट्रल एग्रीकल्चर मिनिस्टर शरद पवार ने कहा है कि खाने के तेल के आयात पर ड्यूटी लगाने की सरकार की फिलहाल कोई योजना नहीं है। (ET Hindi)
25 अगस्त 2008
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