नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा है कि चीनी के निर्यात पर मिल रही छूट जल्दी ही समाप्त हो जाएगी। घरलू उत्पादन में कमी की आशंका से इस छूट को आगे बढ़ाया नहीं जा सकता है। पिछले साल और चालू साल के दौरान चीनी का बंपर उत्पादन होने की वजह से सरकार मिलों को राहत देने के मकसद से चीनी के निर्यात पर सब्सिडी दे रही है। चिदंबरम ने कहा कि देश से बहुत ज्यादा चीनी का निर्यात हो चुका है। घरलू बाजार में सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए इसके निर्यात पर मिलने वाली सब्सिडी को आगे जारी नहीं रखा जाना चाहिए। इस साल सितंबर के अंत तक करीब 45 लाख टन चीनी निर्यात होने के आसार हैं। मौजूदा समय में करीब 43 लाख टन चीनी का निर्यात हो चुका है। निर्यातकों को ढुलाई पर सरकार से मिल रही सब्सिडी की वजह से इस साल चीनी का रिकॉर्ड निर्यात हुआ है। आगामी सीजन के दौरान देश में चीनी के उत्पादन में कमी आने की संभावना जताई जा रही है। भारतीय चीनी मिल संघ के अनुमान के मुताबिक आगामी सीजन के दौरान करीब 2.2 करोड़ टन चीनी का उत्पादन हो सकता है जो चालू सीजन के मुकाबले कम है। इस दौरान दक्षिणी एशियाई देशों से रॉ चीन की सप्लाई में कमी हो सकती है। वहां पर चीनी के उत्पादन में कमी की आशंका से ही पिछले कुछ महीनों में घरलू बाजारों में चीनी की कीमतें करीब 17 फीसदी तक चढ़ चुकी हैं। (Business Bhaskar)
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