14 जुलाई 2009
मानसून की लुकाछिपी से पीएम भी चिंतित
इस साल देश के किसानों पर मानसून की कम मेहरबानी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी गंभीर चिंता में डाल दिया है। सोमवार को फ्रांस और मिस्र की पांच दिवसीय यात्रा पर रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री ने जिस व्यग्रता के साथ एक विशेष बैठक में भाग लिया उससे यह बात साबित हो जाती है। इस बैठक में उन्होंने देश भर में फसलों की मौजूदा स्थिति की समीक्षा की और इसके तुरंत बाद अधिकारियों को इससे संबंधित आपात योजनाएं पूरी तरह तैयार रखने के निर्देश दिए। उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सोमवार को यहां भारतीय मौसम विभाग और कृषि मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों के साथ एक विशेष बैठक की। इसमें उन्होंने देशभर में हुई मानसूनी बारिश के अब तक के हाल का जायजा लिया। सूत्रों ने बताया कि बैठक में प्रधानमंत्री को पूरे देश में कृषि की मौजूदा स्थिति से अवगत कराया गया। इस बीच, अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि 95 फीसदी बुवाई इसी महीने पूरी हो जाएगी। जहां तक मौसम विभाग का सवाल है, उसने जुलाई महीने में मानसून के कमोबेश सामान्य रहने की उम्मीद जताई है। गौरतलब है कि जुलाई माह में होने वाली बारिश देश भर में मौजूद 23.5 करोड़ किसान परिवारों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पिछले सप्ताह पूरे देश में लगभग सामान्य बारिश हुई। इन अधिकारियों के मुताबिक इस दौरान 36 मौसम सब-डिवीजनों में से 21 में सामान्य से लेकर झमाझम बारिश हुई। वहीं, शेष 15 सब-डिवीजनों में छिटपुट या काफी कम बारिश हुई। सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस बैठक में उपस्थित अधिकारियों को मानसून पर कड़ी नजर रखने और किसी भी संकट का सामना करने के लिए ठोस आपात योजनाएं तैयार रखने का निर्देश दिया। (Buisness Bhaskar)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें