10 जुलाई 2009
चीन में अनाज पैदावार पर मौसम की मार पड़ने की आशंका
चीन में इस साल अनाजों की पैदावार में इजाफे की संभावना कम है। खराब मौसम की वजह से सरकार की अनाजों की पैदावार बढ़ाने की कोशिशों पर पानी फिर सकता है। पिछले पांच साल से यहां पैदावार में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा था। रुरल इकॉनमी रिसर्च सेंटर के सूत्रों के मुताबिक इस साल चीन में अनाजों की पैदावार में इजाफा बड़ी चुनौती साबित हो सकती है। पैदावार में गिरावट की ही संभावना ज्यादा है। गौरतलब है कि दक्षिणी चीन में बाढ़ की वजह से धान की फसल को नुकसान पहुंचा है। वहीं उत्तरी इलाकों में कम तापमान से सोयाबीन और मक्के की पैदावार में कमी आ सकती है। इन इलाकों में देश का करीब 70 फीसदी अनाज उत्पादन होता है। पिछले पांच सालों से उत्पादन में लगातार इजाफे के कारण ही पिछले साल उत्पादन का बढ़कर करीब 52.85 करोड़ टन तक पंहुच गया था। इस दौरान पैदावार में सालाना करीब 5.4 फीसदी का इजाफा हुआ है। राजकीय अन्न प्रशासन के उप प्रमुख रन झेनगियाओं के मुताबिक इस साल चीन में गेहूं, चावल और मक्के की मांग में इजाफा भी हो सकता है। गर्मी के मौसम में इस साल यहां करीब 12.25 करोड़ टन अनाज उत्पादन होने की संभावना है। जिसमें गेहूं भी शामिल है। हालांकि सरकार ने इस दौरान गेहूं की पैदावार में पिछले साल के मुकाबले करीब 20 लाख टन का इजाफा होने की संभावना जताई है। लेकिन इजाफे के कारणों के बार में सरकार की ओर से कुछ भी स्पष्ट नहीं किया गया है। जानकारों का मानना है कि आनाजों की पैदावार में संभावित कमी से आने वाले दिनों में इनकी कीमतों में तेजी का रुख देखने को मिल सकता है। जबकि विदेशों से खासकर के सोयाबीन के आयात में भी इजाफा हो सकता है। (Buisness Bhaskar)
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