10 जुलाई 2009
बिहार, बंगाल की मांग और कम स्टॉक से आलू के भाव दोगुने
आसमान छू रही आलू की कीमतें थमने का नाम ले रही है। पिछले एक साल के दौरान कोल्ड स्टोर आलू के दाम बढ़कर 1100-1200 रुपये प्रति क्विंटल हो चुके हैं। पिछले दो सप्ताह के दौरान ही इसकी कीमतों में 100 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। इसकी वजह बिहार, बंगाल सहित पूवरेत्तर राज्यों में आलू का उत्पादन कम होना माना जा रहा है। यही वजह है कि इन राज्यों को उत्तर प्रदेश से आलू की भारी सप्लाई होने के कारण यहां इस बार कोल्ड स्टोर में आलू कम गया है। राष्ट्रीय राजधानी की फल एवं सब्जी मंडी आजादपुर एक साल के दौरान स्टोर आलू के दाम 500-600 से बढ़कर 1100-1200 रुपये प्रति क्विंटल और आगरा मंडी में इसके 450-550 रुपये से बढ़कर 850-1050 रुपये प्रति क्विंटल हो चुके है। वहीं दिल्ली मंडी में हल्द्ववानी और शिमला लाइन आलू 1400-1600 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में सितंबर वायदा के भाव 1123.70 रुपये और अगस्त वायदा 1086.90 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं।पोटोटो ऑनियन मर्चेंट एसोसिएशन (पोमा) के अध्यक्ष त्रिलोक चंद शर्मा ने बिजनेस भास्कर को बताया बिहार, बंगाल और असम को आलू की सप्लाई बढ़ने के कारण इसकी कीमतों में इजाफा हुआ है। कारोबारियों के मुताबिक इस बार आलू का स्टॉक पिछले साल के मुकाबले कम है। राष्ट्रीय बागवानी अनुसंधान विकास फाउंडेशन (एनएचआरडीएफ) के निदेशक डॉ. आर. के. गुप्ता ने बताया कि इस बार उत्तर प्रदेश में 70-72 लाख टन आलू स्टोर हुआ है। पिछले साल करीब 80-82 लाख टन आलू स्टोर हुआ था। उनके अनुसार लेट ब्लाइट बीमारी के कारण पश्चिम बंगाल में आलू की पैदावार 81 लाख से घटकर 59 लाख, बिहार 21 लाख टन से घटकर 13 लाख टन रहने का अनुमान है।हालांकि उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा में आलू की बंपर पैदावार हुई है। एनएचआरडीएफ के अनुसार उत्तर प्रदेश में आलू की पैदावार 118 लाख से बढ़कर 135 लाख और पंजाब में 9.5 लाख से बढ़कर 14 लाख टन होने की संभावना है। एनएचआरडीएफ के आंकडों के मुताबिक वर्ष 2008-09 में 314.63 लाख टन आलू का उत्पादन होने का अनुमान है। वर्ष 2007-08 में देश में आलू की कुल पैदावार 304 लाख टन थी। वायदा बाजार में आलू के मूल्यों को नियंत्रण करने लिए मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज यानी एमसीएक्स ने विशेष मार्जिन को अप्रैल में पांच फीसदी से बढ़ाकर 15 फीसदी कर दिया गया था। इसको जून में बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है। (Business Bhaskar)
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