लंदन- लगातार चार दिनों की गिरावट के बाद मंगलवार को कच्चा तेल 65 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। लगातार पांचवें सप्ताह अमेरिकी स्टॉक में गिरावट आने के अनुमान के कारण कच्चे तेल को समर्थन मिला। अमेरिकी क्रूड फ्यूचर्स 39 सेंट चढ़कर 64.44 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। सोमवार को क्रूड चार फीसदी गिरकर 64.05 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था। पिछले एक महीने में यह क्रूड की सबसे कम कीमत है। लंदन ब्रेंट पर क्रूड 35 सेंट ऊपर 64.40 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। जुलाई में तेल कीमतों में सात फीसदी की गिरावट आ चुकी है। सोसायते जनरल में ऑयल रिसर्च के ग्लोबल हेड माइक विटनर का कहना है कि कुछ निवेशक लगातार पिछले चार सत्रों में आई गिरावट का फायदा उठाने की रणनीति बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसमें लगातार गिरावट नहीं रहेगी। निवेशक नई रणनीतियां अख्तियार कर सकते हैं। विटनर का कहना है कि बाजार का ध्यान अब सप्ताह में जारी होने वाले आंकड़ों पर है। इसमें अमेरिकन पेट्रोलियम इंस्टीट्यूट (एपीआई), यूएस एनर्जी इनफॉरमेशन एडमिनस्टेशन और इंटरनेशनल एनर्जी एजेंसी के आंकड़े भी शामिल हैं।
आर्थिक सुधार होने के संकेत मिलने के कारण पिछले साल दिसंबर में 33 डॉलर पर पहुंची कच्चे तेल की कीमतों में तेजी से सुधार हुआ है। बैंक ऑफ अमेरिका-मेरिल लिंच ने मंगलवार को 2009 में ब्रेंट के लिए तेल कीमतों का अनुमान 59 डॉलर कर दिया और अमेरिकी क्रूड के लिए अनुमान 58.50 डॉलर प्रति बैरल कर दिया है। बैंक ने कहा है, 'कमजोर अमेरिकी डॉलर, वैश्विक अर्थव्यवस्था में नकदी संकट कम होने और तेल बाजार में अनुमान से ज्यादा संतुलन होने के कारण तेल कीमतों के अनुमान को बढ़ाया गया है।' तेल कीमतों को नाइजीरियाई संकट से भी समर्थन मिल रहा है। पिछले 10 दिनों में आतंकवादियों ने कम से कम चार हमले किए हैं। मुख्य आतंकवादी समूह ने सोमवार को कहा था कि उसने शेवरॉन के तेल केंद्र पर हमला किया है और एक केमिकल टैंकर व छह क्रू सदस्यों को बंदी बना लिया है। (ET Hindi)
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