शिमला. मानसून से अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे प्रदेश के किसानों और बागवानों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में अच्छी बारिश होने के बहुत कम आसार हैं।
उचित वायु दवाब की कमी की वजह से मानसून फिर सुस्त पड़ गया है। मानसून की दिशा में दक्षिण की तरफ शिफ्ट होने से बारिश की संभावना कम हो गई है। मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह का मानना है कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में केवल छिटपुट बारिश होने के आसार हैं और अच्छी बारिश होने की उम्मीद बहुत कम है।
वैसे तो मानसून प्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है लेकिन वायु दबाव के कारण मानसून की दिशा में परिवर्तन हो गया है। मध्य भारत में मानसून तो एक्टिव है लेकिन प्रदेश में मानसून एक्टिव नहीं हो पाया है। मानसून के सीजन के दौरान पूरे प्रदेश में अभी तक 69 फीसदी कम बारिरश आंकी गई है।
45.1 मिलीमीटर बारिश
मानसून से अच्छी बारिश की उम्मीद लगाए बैठे प्रदेश के किसानों और बागवानों को अभी और इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटों में अच्छी बारिश होने के बहुत कम आसार हैं। उचित वायु दवाब की कमी की वजह से मानसून फिर सुस्त पड़ गया है। मानसून की दिशा में दक्षिण की तरफ शिफ्ट होने से बारिश की संभावना कम हो गई है।
मौसम विभाग के निदेशक डॉ. मनमोहन सिंह का मानना है कि प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में केवल छिटपुट बारिश होने के आसार हैं और अच्छी बारिश होने की उम्मीद बहुत कम है। वैसे तो मानसून प्रदेश में अपनी उपस्थिति दर्ज करा चुका है लेकिन वायु दबाव के कारण मानसून की दिशा में परिवर्तन हो गया है। मध्य भारत में मानसून तो एक्टिव है लेकिन प्रदेश में मानसून एक्टिव नहीं हो पाया है। मानसून के सीजन के दौरान पूरे प्रदेश में अभी तक 69 फीसदी कम बारिरश आंकी गई है। (Dainik Bhaskar)
09 जुलाई 2009
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