कोच्चि July 13, 2009
मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में निर्यात के मोर्चे पर बेहद सुस्त रहने के बावजूद प्राकृतिक रबर के आयात में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
अप्रैल-जून की अवधि में आयात में 107 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई और यह 44,093 टन हो गया जो पिछले वित्तीय वर्ष की समान अवधि में 21,259 टन था। रबर बोर्ड के ताजा अनुमान के मुताबिक कुल आयात इस महीने की 11 तारीख को 50,000 टन पार कर 51,000 टन पर पहुंच गया।
वर्ष 2008-09 में प्राकृतिक रबर का कुल सालाना आयात 79,927 टन था। इसी जून में भारत ने 15,000 टन प्राकृतिक रबर का आयात किया जो एक महीने की अवधि में सबसे ज्यादा था। पिछले साल समान अवधि में यह 6948 टन था।
आयात के मौजूदा ट्रेंड के मुताबिक वर्ष 2009-10 के अंत तक कुल आयात 150,000 टन को पार कर लेने की उम्मीद है क्योंकि वैश्विक बाजार की जो स्थिति बन रही उसमें ज्यादा आयात करने की गुंजाइश ही बन रही है। विदेशी बाजारों के मुकाबले इस जिंस की स्थानीय बाजार में कीमत 16-17 रुपये प्रति किलोग्राम ज्यादा है।
कीमतों में ज्यादा अंतर होने से उद्योगों में ज्यादा रबर आयात करने का रुझान बढ़ रहा है। बड़े स्टॉकिस्टों के मुताबिक प्राकृतिक रबर का 20 फीसदी शुल्क के साथ आयात भी उद्योगों के लिए बेहतर विकल्प होगा। इसकी वजह है कि स्थानीय वैट के साथ परिवहन शुल्क से भी भारत में रबर को खरीदने की लागत में इजाफा होता है।
मौजूदा वर्ष की पहली तिमाही में कीमतों में समान तरह का अंतर होने की वजह से निर्यात में भी तेजी से कमी आती है। कुल निर्यात में 95 फीसदी की कमी आई और पिछले वित्तीय वर्ष के अप्रैल-जून की अवधि के 16,300 टन के मुकाबले यह महज 834 टन हो गया है।
जून में केवल 10 टन का निर्यात किया गया जबकि पिछले साल समान अवधि में 9451 टन का निर्यात किया जाता था। इस साल मई में 94 टन का निर्यात किया गया लेकिन जून में निर्यात के मोर्चे पर जबरदस्त नुकसान झेलना पड़ा। आयात में तेजी की वजह से देश में रबर का कुल भंडार पिछले साल जून के 136,000 टन के मुकाबले 188,000 टन हो गया है।
प्राकृतिक रबर के कुल उत्पादन में भी 11 फीसदी की कमी आई है और यह अप्रैल-जून की अवधि में 159,520 टन हो गया है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 179,565 टन था। इसी अवधि में उपभोग में मामूली रूप से 0.5 फीसदी तक की कमी आई।
कुल उपभोग 214,500 टन रिकॉर्ड दर्ज किया गया जबकि पिछले वित्तीय वर्ष की अप्रैल-जून की अवधि में यह 215,000 टन थी।
तेजी के रुझान
अप्रैल-जून की अवधि में 107 फीसदी तक की बढ़ोतरी हुई और आयात 44,093 टन हो गयावैश्विक बाजार के मुकाबले घरेलू बाजार में प्राकृतिक रबर की कीमतें हैं ज्यादा (BS Hindi)
14 जुलाई 2009
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