03 जुलाई 2009
गुजरात, महाराष्ट्र की मांग से चने के भाव में तेजी
गुजरात व महाराष्ट्र से दाल की मांग निकलने से इस सप्ताह राजस्थान की मंडियों में चने के भावों में मजबूती देखने को मिली है। देश के कई इलाकों में मानसून सक्रिय होने के कारण खपत बढ़ने से भी चने में तेजी की धारणा को बल मिला है। व्यापारियों की मानें तो इस पखवाड़े में चना पांच फीसदी तक और मजबूत होने की संभावना है। जयपुर के व्यापारी सुभाष गोयल का कहना है कि मानसून सक्रिय होने से गुजरात से चना दाल की मांग निकल रही है। मूंग, मोठ, अरहर व चौला में तेजी का भी अनुकूल असर देखने को मिल रहा है। इस वजह से राजस्थान की मंडियों में चना दो फीसदी तक सुधर गया है। पिछले सप्ताह शनिवार को जयपुर मंडी में मिल डिलीवरी चना 2170 से 2200 रुपये क्विंटल पर बंद हुआ था जो गुरुवार तक सुधरकर 2180 से 2220 रुपये क्विंटल हो गया है। बीकानेर मंडी में जयपुर डिलीवरी चना 2200 से 2225, इंदौर में 2150 और दिल्ली में 2175 रुपये क्विंटल पर पहुंच गया है। एनसीडीईएक्स में गुरुवार को जुलाई वायदा चना 2169 व अगस्त वायदा 2248 वायदा रुपये क्विंटल पर बंद हुए हैं।हाजिर में सुधार के बावजूद इस सप्ताह वायदा भावों में मामूली नरमी देखने को मिली है। दाल-बेसन की मांग निकलने से अगले सप्ताह चने में पांच फीसदी तक मजबूती आने के आसार हैं। मूंग, मोठ, चौला व अरहर के भावों में रिकॉर्ड तेजी और खरीफ सीजन में दलहन की पैदावार घटने का भ्ज्ञी अनुमान है। उन्होंने बताया कि मानसून सीजन में बेसन व चना दाल की मांग निकलती है। जयपुर के एक अन्य व्यापारी सांवरिया डंगायच का कहना है कि चने को छोड़कर बाकी दलहन का स्टॉक इस महीने ही निपट जाने की संभावना से भी चना के स्टॉकिस्टों के हौसले बुलंद हुए हैं। वहीं मानसून में दाल व बेसन की मांग निकलने से चने में और सुधार की संभावना व्यक्त की जा रही है। (Business Bhaskar)
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