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03 जुलाई 2009

चीन में अल्यूमीनियम उत्पादन लागत घटने की संभावना

चीन सरकार ने राष्ट्रीय कार्यक्रम के तहत बड़े औद्योगिक उपभोक्ताओं को बिजली कंपनियों से सीधे बिजली खरीदने की इजाजत दी है। विश्लेषकों का मानना है कि सरकार के इस फैसल से अल्यूमीनियम उत्पादकों को भी फायदा पहुंच सकता है। अल्यूमीनियम कंपनियों को इस फैसले से सस्ती बिजली मिल सकेगी। इससे उनकी उत्पादन लागत में कमी आने की संभावना है।जीएफ फ्यूचर्स के चेन वेय के मुताबिक सीधे बिजली हासिल करने से गेल्वेनाइज्ड अल्यूमीनियम कंपनियों को बिजली लागत घटने का फायदा मिल सकता है ऐसे में कंपनियां ज्यादा मात्रा में उत्पादन करने की कोशिश कर सकती हैं। दरअसल बिजली की कीमतों की वजह से इन कंपनियों की लागत बढ़ती जा रही थी। लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद उनकी लागत में कमी आ सकती है। मौजूदा समय में प्रति टन अल्यूमीनियम की उत्पादन लागत करीब 12,500-13,000 युआन बैठ रही है। जिसमें करीब 50 फीसदी बिजली का खर्च है। इस तरह अल्यूमीनियम उत्पादन की लागत में बिजली खर्च करीब 5,800 युआन प्रति टन है। फैसले के तहत न्यूनतम 110 किलोवाट बिजली खपत वाले उपभोक्ता थर्मल पावर प्लांटों से सीधे बिजली खरीद सकते हैं। वहीं 300 किलोवाट से ऊपर की खपत वाले उपभोक्ताओं को जल विद्युत उत्पादकों से बिजली खरीदने की इजाजत मिली है। कि आमतौर पर अल्यूमीनियम उत्पादकों को 110 किलोवाट से ज्यादा बिजली की दरकार होती है। इस योजना के तहत कंपनियों को ग्रिड के मुकाबले बिजली 10-20 फीसदी सस्ते दरों पर उपलब्ध होगी। जानकारों का मानना है कि सस्ती दरों पर बिजली मिलने से अल्यूमीनियम कंपनियों का कारोबार भी प्रभावित हो सकता है। मांग घटने और लागत बढ़ने से कंपनियों के मुनाफे में पिछले साल में काफी कमी आ चुकी है। (Business Bhaskar)

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