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09 जुलाई 2009

बासमती के एमईपी में कमी के आसार

केंद्र सरकार निर्यात बढ़ाने के लिए बासमती के एमईपी में कटौती कर सकती है। मौजूदा समय में बासमती चावल का न्यूनतम निर्यात मूल्य 1,100 डॉलर प्रति टन है। गौरतलब है कि चावल निर्यातकों ने सरकार से बासमती के एमईपी में कटौती की मांग की थी। सरकारी सूत्रों के मुताबिक इस मांग को देखते हुए सरकार एमईपी में कटौती पर विचार कर रही है। निर्यातकों की मांग के मुताबिक मौजूदा समय में वैश्विक बाजार के लिहाज से भारतीय बासमती का न्यूनतम निर्यात मूल्य करीब 700-800 डॉलर प्रति टन होना चाहिए। पाकिस्तान भी इसी दर पर बासमती का निर्यात कर रहा है। उल्लेखनीय है कि पिछले साल अप्रैल में घरेलू बाजार में सप्लाई बढ़ाने के लिए सरकार ने बासमती के एमईपी को बढ़ाकर 1,200 डॉलर प्रति टन कर दिया था। जिसे इस साल जनवरी में घटाकर 1,100 डॉलर प्रति टन किया गया था। पिछले वित्त वर्ष के दौरान भारत से करीब 15 लाख टन बासमती का निर्यात हुआ है, जिसकी कीमत करीब 200 करोड़ डॉलर है। इससे एक साल पहले करीब दस लाख टन बासमती का निर्यात हुआ था। पिछले साल अप्रैल में बासमती का एमईपी बढ़ाने के साथ ही सरकार ने गैर बासमती चावल के निर्यात पर पूरी तरह से रोक लगा दी थी।हालांकि इस बीच मित्र देशों को करीब बीस लाख टन चावल निर्यात की अनुमति दी गई है। साल 2008-09 के दौरान देश से कुल करीब 2.5 अरब डॉलर कीमत का चावल निर्यात हुआ है। इससे एक साल पहले करीब 2.9 अरब डॉलर का चावल निर्यात हुआ था। (Business Bhaskar)

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