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09 जुलाई 2009

प्रतिकूल मौसम से कॉफी उत्पादन घटा, कीमतें 40 फीसदी तेज

पिछले छह माह के दौरान कॉफी की कीमतों में 40 फीसदी तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। उत्पादक क्षेत्रों में मौसम अनुकूल न रहने कॉफी के उत्पादन में कमी आई है। हालांकि अगले सीजन में कॉफी उत्पादन बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में इसके मूल्यों में कमी आ सकती है। कर्नाटक में पिछले छह माह के दौरान रॉ काफी में अरेबिका पीएमटी किस्म के दाम 4900-5050 रुपये से बढ़कर 7000-7250 रुपये प्रति 50 किलो, रोबस्ता पीएमटी किस्म के दाम 4150-4300 रुपये से बढ़कर 4800-5200 रुपये प्रति 50 किलो हो चुके हैं।भारतीय कॉफी बोर्ड के चैयरमेन जी.वी. कृष्ण राव ने बिजनेस भास्कर को बताया मौसम अनुकूल न रहने के कारण सीजन 2008-09 के दौरान कॉफी उत्पादन में गिरावट आई है। कॉफी की फसल में फूल आने से पहले 2.92 लाख टन कॉफी उत्पादन होने का अनुमान लगाया था, जो घटकर 2.62 लाख टन रहने का अनुमान है। यही कारण है कि पिछले छह माह के दौरान कॉफी के मूल्यों में इजाफा हुआ है। पिछले सीजन में 2.62 लाख टन कॉफी उत्पादन में रोबस्टा की हिस्सेदारी 1.86 लाख टन और 79 हजार टन अरेबिका की हिस्सेदारी थी। अगले सीजन में कॉफी उत्पादन बढ़ने की संभावना जताई जा रही है। कृष्ण राव का कहना है कि चालू वित्त वर्ष में कॉफी उत्पादन सुधरने का अनुमान है। इस दौरान फूल आने से पहले के अनुमान के मुताबिक 3.06 लाख टन कॉफी उत्पादन हो सकता है। इसमें 1.01 लाख टन अरेबिका और 2.04 लाख टन रोबस्ता कॉफी का उत्पादन होने का अनुमान है।घरेलू बाजार में दाम अधिक होने और कम उत्पादन के चलते कॉफी के निर्यात में लगातार गिरावट आ रही है। बोर्ड के आंकड़ों के अनुसार जनवरी से लेकर सात जुलाई तक 1.07 लाख टन कॉफी का निर्यात हो चुका है। यह आंकडा पिछली समान अवधि के 1.34 लाख टन से 20 फीसदी कम है। मूल्य के की दृष्टि से इस दौरान 1154 करोड़ रुपये की कॉफी का निर्यात हुआ है। पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 1420 करोड़ रुपये था।घट सकता है युगांडा से कॉफी निर्यातकंपाला। यूगांडा से होने वाले कॉफी के निर्यात में इस महीने गिरावट आ सकती है। यूगांडा कॉफी डेवलपमेंट अथॉरिटी के मुताबिक मौजूदा कीमतों पर किसानों द्वारा बिकवाली न करने से कॉफी के निर्यात में इस महीने करीब 11 फीसदी की गिरावट देखी जा सकती है। अथॉरिटी के प्रवक्ता डेविड किवानुका के मुताबिक इस दौरान करीब 290,000 बोरी (एक बोरी में 60 किलो) कॉफी का निर्यात होने की उम्मीद है। जोकि पिछले साल के मुकाबले कम है। (ब्लूमबर्ग) (Buisness Bhaskar)

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