09 जुलाई 2009
आपूर्ति कम होने से पिस्ता 25फीसदी महंगा
ड्राईफ्रूट बाजार में पिस्ता की आपूर्ति कम होने के कारण इसके दाम पिछले साल के मुकाबले 25 फीसदी तक बढ़ चुके हैं। कारोबारियों के अनुसार आपूर्ति में कमी की वजह पिस्ता उत्पादक देश खासकर इरान में इसका उत्पादन कम होना है। दिल्ली के खारी बावली स्थित ड्राईफ्रूट बाजार में पिछले साल जुलाई माह के दौरान 600-640 रुपये तक बिकने वाला पिस्ता इरानी के भाव बढ़कर 730-780 रुपये प्रति किलो और पेशावरी पिस्ता 610-670 रुपये से बढ़कर 755-790 रुपये प्रति किलो के हिसाब से बिक रही है। खारी बावली व्यापार महासंघ के प्रधान ऋषि कुमार मंगला ने बताया कि इरान, अमेरिका में पिस्ता के उत्पादन में करीब 30 फीसदी तक कमी आने का अनुमान है। यही कारण है कि घरेलू बाजारों में इसकी कीमतों में तेजी बनी हुई है। पिछले एक साल के दौरान इसकी कीमतों में 25 फीसदी तक बढ़ोतरी हो चुकी है। आने वाले दिनों में इसके मूल्यों में तेजी बरकरार रहने की संभावना है। ड्राईफ्रूट कारोबारी संजय कुमार का कहना है कि आगे कारोबारी त्योहारों को देखते हुए इसका स्टॉक करने लगेंगे। लिहाजा इसके मूल्यों में इजाफा होगा। इस माह पिस्ता के दाम 30 रुपये प्रति किलो तक बढ़ सकते है। गर्मी और शादियों के दौरान पिस्ता की मांग में इजाफा होता है। दरअसल इन दिनंो पिस्ता का उपयोग मिठाईयों, लस्सी और ठंडाई बनाने में किया जाता है। पिछले साल दिवाली के दौरान पिस्ता के दाम काफी बढ़ गए थे। दरअसल पिस्ता सहित सभी ड्राईफ्रूट की मांग दिवाली के दौरान काफी बढ़ जाती है। लेकिन आर्थिक संकट के चलते इसकी मांग में कमी आई थी। दिवाली के दौरान पिस्ता के भाव 690-725 रुपये प्रति किलो तक चले गए थे। हालांकि दिवाली के एक माह बाद इसकी कीमतों में 50 रुपये प्रति किलो की गिरावट आई थी। लेकिन चालू वर्ष के दौरान इसकी कीमतों में बढ़ोतरी अब तक जारी है। फरवरी में तो इसके दाम 850 रुपये तक चले गए थे। देश में ईरान से पिस्ता डोडी एवं अफगानिस्तान से पिस्ता गिरी का आयात किया जाता है। इन देशों के अलावा अमेरिका से भी पिस्ता का आयात किया जाता है। (Business Bhaskar)
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