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01 जुलाई 2009

चीनी का कोटा तिमाही नहीं बल्कि हर माह जारी होगा

कीमतों पर काबू के लिए सरकार ने चीनी का कोटा जारी करने के तरीकों में बदलाव किया है। इसकी शुरूआत जुलाई से हो रही है। सरकार अब तिमाही कोटा न जारी करके दिसंबर तक माहवारी कोटा जारी करेगी। इसी के तहत सरकार ने जुलाई में खुले बाजार में बिक्री के लिए 14.90 लाख टन चीनी का कोटा जारी की है। इस कोटे के अलावा अगले चार महीनों के लिए फिलहाल चीनी का पर्याप्त स्टॉक है। खाद्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक हालांकि जुलाई के लिए चीनी का सामान्य कोटा 12.67 लाख टन का है। लेकिन बफर स्टॉक से 1.33 लाख टन और आयातित रॉ शुगर से करीब 90,000 टन चीनी बाजार में पहुंचने से महीने का कुल कोटा 14.90 लाख टन का होगा। पिछले साल जुलाई में सरकार ने 12 लाख टन चीनी का कोटा जारी किया था। इस दौरान सरकार ने सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत करीब 1.70 लाख टन चीनी जारी की है। इस तरह से जुलाई के दौरान बाजार में करीब 16.60 लाख टन चीनी बिक्री के लिए उपलब्ध रहेगी। सरकार द्वारा जारी बयान के मुताबिक चीनी वायदा पर रोक लागू रहने तक माहवारी कोटा ही जारी होगा। उल्लेखनीय है कि चीनी की कीमतों पर काबू के लिए उठाए गए कदमों के तहत सरकार ने चीनी वायदा पर दिसंबर तक रोक लगा दी है। वहीं गन्ने की पैदावार बढ़ाने के लिए सरकार ने इसके एसएमपी में 32 फीसदी का इजाफा कर इसे 107.76 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया था। औद्योगिक सूत्रों के मुताबिक चीनी के कम उत्पादन के बावजूद अभी चालू सीजन के बचे चार महीनों के लिए देश में चीनी का पर्याप्त स्टॉक है। पिछले साल के बकाया स्टॉक के साथ इस समय देश में करीब 93 लाख टन चीनी का स्टॉक मौजूद है जो अब तक के उत्पादन का करीब 66 फीसदी है। इस साल मई के अंत तक देश में करीब 141.62 लाख टन चीनी का उत्पादन हो चुका है। यहां चीनी का सीजन अक्टूबर से सितंबर तक चलता है। माना यह जा रहा है कि यदि जून के दौरान करीब 20 लाख टन चीनी की बिक्री हुई होगी तो इसके बावजूद जुलाई से सितंबर के लिए करीब 73 लाख टन चीनी का स्टॉक मौजूद रहना चाहिए। उद्योग जगत के मुताबिक इस साल देश में करीब 147 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है जबकि चीनी उत्पादन का सरकारी अनुमान करीब 158 लाख टन है। (Business Bhaskar)

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