नई दिल्ली July 17, 2009
दालों की भारी कमी को देखते हुए सरकार ने अगस्त-सितंबर महीनों में 18,500 टन दालों का आयात करने जा रही है।
भारत सरकार की एजेंसी पीईसी ने इस आयात के लिए निविदा भी जारी कर दी है। अगले दो महीनों में सबसे अधिक 10,000 टन अरहर दाल का आयात किया जायेगा तो 4000 टन मूंग दाल का।
सरकार ने दाल आयात के लिए म्यांमार, तंजानिया, मोजांबिक, ऑस्ट्रेलिया एवं चीन को दाल आयात करने की पेशकश की है। अरहर दाल का आयात म्यंमार, तंजानिया व मोजांबिक से किया जायेगा तो मूंग दाल का आयात म्यांमार, चीन व ऑस्ट्रेलिया से होगा।
अरहर एवं मूंग दाल केअलावा देसी मटर व काबुली मटर के आयात के लिए भी निविदा जारी की गयी है। भारत में अरहर दाल की नयी फसल अक्टूबर माह के आखिर तक तैयार होगी। दालों के थोक कारोबारी सुरेश जिंदल के मुताबिक असली समस्या दालों की आपूर्ति में आयी भारी कमी की है।
म्यांमार में दालों की कमी को देखते हुए बाजार में दालों की आवक कम हो गयी। इसके परिणामस्वरूप पिछले एक माह में दालों के भाव में 35 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ। म्यांमार में सिर्फ 50,000 टन दाल का स्टॉक बताया जा रहा है। (BS Hindi)
20 जुलाई 2009
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