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10 नवंबर 2009

चीन की मांग से ग्वार में और तेजी की उम्मीद

चालू खरीफ सीजन में प्रतिकूल मौसम से ग्वार की पैदावार में भारी गिरावट की आशंका है। पिछले साल देश में ग्वार का 90 लाख बोरी का उत्पादन हुआ था लेकिन चालू खरीफ में उत्पादन घटकर 30-35 लाख बोरी ही होने की आशंका है। इसलिए मिलों के साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद निकलने से तेजी का रुख बना हुआ है। पिछले एक महीने में उत्पादक मंडियों में ग्वार की कीमतों में करीब 150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। उत्पादक मंडियों में ग्वार की दैनिक आवक 25 हजार बोरी की हो रही है जबकि पिछले साल इस समय आवक एक लाख बोरी की हो रही थी। आगामी दिनों में आवक तो घटेगी ही, साथ ही चीन की मांग भी निकलने की संभावना है। ऐसे में मौजूदा कीमतों में और भी तेजी के आसार हैं।राजस्थान की उत्पादक मंडियों में ग्वार के भाव 2450 रुपये और हरियाणा की मंडियों में 2550 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। ग्वार गम के भाव 5350 रुपये प्रति क्विंटल है जबकि प्लांट डिलीवरी ग्वार के दाम जोधपुर में 2575 रुपये प्रति क्विंटल हैं। जून-जुलाई और अगस्त के मध्य तक बारिश न होने से ग्वार की पैदावार घटकर 30-35 लाख बोरी ही होने का अनुमान है। पिछले साल का 30 लाख बोरी बकाया स्टॉक मिलाकर कुल उपलब्धता करीब 60 लाख बोरी की बैठेगी। इसके अलावा अक्टूबर के शुरू में करीब 1।5 लाख टन गम का स्टॉक बचा हुआ था। चालू सीजन में घरेलू बाजार में ग्वार गम का भाव ऊंचा होने और हाल ही में रुपये के मुकाबले डॉलर घटने का असर ग्वार गम के निर्यात पर पड़ने की संभावना है। पिछले साल देश से करीब 2.11 लाख टन ग्वार गम का निर्यात हुआ था। चालू सीजन में दो लाख टन ही ग्वार गम का निर्यात होने के आसार हैं। ग्वार गम की घरेलू मांग में भी बढ़ोतरी हो रही है। नए सीजन में घरेलू खपत करीब 50 हजार टन होने के आसार हैं। 15 से 20 लाख बोरी ग्वार का डैड स्टॉक माना जाता है जो कि बाजार में आने की संभावना ही नहीं है। ऐसे में ग्वार गम की मांग की तुलना में ग्वार की उपलब्धता कम रहने से आगामी दिनों में इसकी कीमतों में तेजी की संभावना है। सितंबर-अक्टूबर महीने में ग्वार गम का निर्यात घटकर 34-45 हजार टन का ही हुआ है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 40 हजार टन से ज्यादा का निर्यात हुआ था। चीन इस समय पाकिस्तान से ग्वार गम की खरीद कर रहा है। लेकिन पाकिस्तान में भी ग्वार का उत्पादन घटकर नौ लाख बोरी ही होने की संभावना है। जबकि सामान्यत: वहां 12 लाख बोरी का उत्पादन होता है। दिसंबर महीने में चीन की खरीद भारत से निकलने के आसार हैं। कच्चे तेल के दाम भी बढ़ रहे हैं। इसलिए आगामी दिनों में अमेरिका, यूरोप और चीन की मांग बढ़ेगी। जिससे घरेलू बाजार में ग्वार और ग्वार गम की मौजूदा कीमतों में तेजी के ही आसार हैं।कमोडिटी ट्रेकर आर.एस. राणा (बिज़नस भास्कर)

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