01 सितंबर 2009
गहरे खाद्यान संकट के हालात हो सकते हैं
नई दिल्ली :दुनिया भर में अनाज का उत्पादन साल 2009-10 में 2।5 फीसदी घटकर 174.8 करोड़ टन रह सकता है। इससे पिछले साल में खाद्यान्न उत्पादन 179.2 करोड़ टन रहा था। हालांकि, इस बीच इंटरनेशनल ग्रेन्स काउंसिल (आईजीसी) ने अगस्त के लिए अनुमान बेहतर किया है। आईजीसी ने यूरोप में बेहतर फसल और अमेरिकी में मक्का एवं गेहूं के अच्छे उत्पादन की उम्मीद की वजह से अनुमान में संशोधन किया है। उसे कुल उत्पादन 174.8 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो 2008 के रिकॉर्ड उत्पादन से सिर्फ 2.5 फीसदी ही कम है। पिछले महीने तक आईजीसी ने 2009-10 सीजन में अनाज का उत्पादन 173.3 करोड़ टन रहने का अनुमान लगाया था। हालांकि, अमेरिका और यूरोप में बदले हालात के बाद उसने इसे 1.5 करोड़ टन से बढ़ा दिया है। आईजीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मौजूदा सीजन में दुनिया भर में गेहूं उत्पादन 66.2 करोड़ टन रह सकता है। पिछले महीने के उसके गेहूं उत्पादन अनुमान से यह 80 लाख टन ज्यादा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका, यूरोप, यूक्रेन और चीन में गेहूं की यील्ड में इजाफे को देखते हुए इसकी पैदावार में सुधार होने की उम्मीद है। इसी तरह मौजूदा सीजन में दुनिया भर में मक्के की पैदावार 78.7 करोड़ टन रहने की उम्मीद है। यह जुलाई के अनुमान से 70 लाख टन ज्यादा है। इसके बावजूद पिछले साल के मुकाबले यह 20 लाख टन कम है। रिपोर्ट में वैश्विक खपत पिछले महीने के मुकाबले 50 लाख टन बढ़कर 174 करोड़ टन रहने का अनुमान जताया गया है। अमेरिका में इथेनॉल के उत्पादन में मक्के के बढ़ते इस्तेमाल से अनाज की खपत में बढ़ोतरी की बात कही गई है। (इत हिन्दी)
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