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03 जुलाई 2009

कमोडिटी बाजार का फ्यूचर चमकाने का वायदा

मुंबई : 2008-09 के आर्थिक सर्व में कमोडिटी फ्यूचर मार्केट में सुधारों की सिफारिश की गई है। इसके तहत कुछ कमोडिटीज के फ्यूचर कारोबार पर लगी पाबंदी को हटाने, ट्रांजेक्शन टैक्स को खत्म करने और फॉरवर्ड कॉन्ट्रैक्ट्स संशोधन बिल,2006 का रास्ता साफ करने की बात कही गई है। गुरुवार को पेश सर्वे में कहा गया है कि जिन कमोडिटीज की फ्यूचर ट्रेडिंग पर पाबंदी लगी है, उन्हें हटा लिया जाना चाहिए, ताकि इनकी कीमतों में सुधार हो सके। भारत में चावल, उड़द, तुअर की फ्यूचर ट्रेडिंग पर अनिश्चितकाल के लिए पाबंदी लगा दी गई है, जबकि चीनी की फ्यूचर ट्रेडिंग पर 31 दिसंबर 2009 तक के लिए पाबंदी है।
सर्वे में कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग पर प्रस्तावित टैक्स पर भी असहमति जताई गई है। आर्थिक सर्वे के मुताबिक, कमोडिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (सीटीटी), सरचार्ज और सेस की समीक्षा की जानी चाहिए और विभिन्न चरणों में इसे खत्म कर देना चाहिए, जिससे कमोडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग में जीरो टैक्स रिजीम का रास्ता साफ हो सकेगा। (ET Hindi)

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