04 जुलाई 2009
वायदा कारोबार : चने में तेजी के आसार
स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आने से पिछले आठ-दस दिनों में चने की कीमतों में करीब 50-75 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आ चुकी है। हाजिर बाजार में आई तेजी से वायदा बाजार में भी करीब दो फीसदी की बढ़त देखी गई। हालांकि उत्पादक मंडियों में चने का बकाया स्टॉक ज्यादा है, लेकिन अन्य दालों में चल रही भारी तेजी का असर चने की कीमतों पर पड़ रहा है। चालू माह के मध्य में त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा जिससे चने की मांग में इजाफा होगा। खरीफ फसलों की आवक बनने में अभी करीब तीन-चार माह का समय शेष है। इसलिए स्टॉकिस्टों की बिकवाली भी कम रहेगी। इससे आगामी दिनों में चने की मौजूदा कीमतों में 100-150 रुपये प्रति क्विंटल की और भी तेजी आने की संभावना है।वायदा बाजार में बढ़तनेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स) में अगस्त महीने के वायदा अनुबंध में पिछले आठ-दस दिनों में करीब दो फीसदी की तेजी दर्ज की गई। 24 जून को अगस्त महीने के वायदा में भाव 2205 रुपये प्रति क्विंटल थे। लेकिन नीचे भाव में निवेशकों की खरीद बढ़ने से शुक्रवार को इसके भाव बढ़कर 2249 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। अगस्त महीने के वायदा में इस समय करीब 65,160 लॉट के सौदे खड़े हुए हैं।उत्पादक मंडियों का हालचना उत्पादन में देश के अग्रणी राज्य मध्य प्रदेश की मंडियों में स्टॉकिस्टों की बिकवाली घटने से गत सप्ताह करीब 50 रुपये की तेजी दर्ज की गई। छतरपुर स्थित मैसर्स अजय इंडस्ट्रीज के डायरेक्टर सुनील अग्रवाल ने बताया कि मध्य प्रदेश में अभी करीब 50 फीसदी माल बचा हुआ है। हालांकि राज्य में मानसूनी वर्षा शुरू हो गई है, लेकिन ज्यादातर माल वेयरहाउस में होने के कारण स्टॉकिस्टों की बिकवाली कम आ रही है। चालू महीने के मध्य में त्योहारी सीजन शुरू हो जाएगा, जिससे चना दाल और बेसन की मांग में बढ़ोतरी होने की संभावना है। वैसे भी खरीफ फसलों की आवक अक्टूबर से पहले नहीं बनेगी। इसलिए स्टॉकिस्टों की बिकवाली खरीफ फसलों की आवक बनने से पहले कमजोर ही रहेगी। ऐसे हालात में चने की मौजूदा कीमतों में चालू महीने में करीब 100-150 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आने की उम्मीद है। राज्य की मंडियों में चने के भाव बढ़कर 1950-2000 रुपये और इंदौर मंडी में 2150 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।शाक्मभरी खाद्य भंडार के प्रोपराईटर राधाकिशन गुप्ता ने बताया कि राजस्थान की मंडियों में चने की कीमतों में पिछले एक सप्ताह में करीब 50-60 रुपये की तेजी आकर भाव 2220-2240 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। अन्य दालों के मुकाबले चना दाल सबसे सस्ती है इसलिए चने की खपत बढ़ी है जिससे इसके मौजूदा भावों में और भी तेजी की ही संभावना है।आयातित चने के भाव बढ़ेदलहन आयातक संतोष उपाध्याय ने बताया कि आयातित चने की कीमतों में पिछले आठ-दस दिनों में करीब 75 रुपये की तेजी आकर मुंबई में भाव 2180 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। सूत्रों के अनुसार वित्त वर्ष 2008-09 में सरकारी कंपनियों एमएमटीसी, एसटीएसी, पीईसी और नाफेड ने करीब 33,000 टन चने का आयात किया है। उधर महाराष्ट्र की मंडियों में भी पिछले एक सप्ताह में चने की कीमतों में लगभग 50-60 रुपये की तेजी आकर भाव 2170-2180 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। हालांकि उन्होंने माना कि चने की कीमतों में तेजी-मंदी का गणित मानसून भी तय करेगा। अगर मानसून अच्छा रहा तो अगस्त के बाद चने की कीमतों में गिरावट भी आ सकती है।दिल्ली में चने की आवकदिल्ली के चना व्यापारी दुर्गा प्रसाद ने बताया कि दिल्ली बाजार में पिछले एक सप्ताह में चने की कीमतों में करीब 60 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी आकर मध्य प्रदेश के चने के भाव 2150-2160 रुपये और राजस्थान के चने के भाव 2170-2175 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। दिल्ली में राजस्थान और मध्य प्रदेश से चने की दैनिक आवक करीब 50-55 मोटरों की हो रही है। इस समय दिल्ली में चने का करीब नौ से दस लाख क्विंटल का स्टॉक है। कृषि मंत्रालय द्वारा हाल ही में जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के मुताबिक रबी सीजन में देश में चने का उत्पादन बढ़कर 63 लाख टन होने की संभावना है। हालांकि पैदावार का लक्ष्य 62 लाख टन का था। पिछले साल देश में चने की पैदावार 57 लाख टन की हुई थी। (Business Bhaskar....R S Rana)
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