नई दिल्ली July 17, 2009
दिल्ली के अनाज कारोबारियों ने सरकार से दालों की आपूर्ति अधिक से अधिक मात्रा में सुनिश्चित करने की मांग की है।
कारोबारियों का कहना है कि सरकारी एजेंसियां दालों की निकासी नहीं कर रही हैं। लिहाजा दालों की कीमतें रोजाना बढ़ रही हैं। इस संबंध में दिल्ली ग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन की तरफ से दिल्ली सरकार एवं केंद्र सरकार को एक पत्र लिखा गया है।
दूसरी तरफ अरहर, उड़द व मूंग दाल की तेजी के समर्थन से चने के भाव में गत 15 दिनों के दौरान 300 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गयी है। ग्रेन मर्चेंट्स एसोसिएशन के पदाधिकारियों के मुताबिक दालों का आयात सरकारी एजेंसियों के माध्यम से भारी मात्रा में किया जाता है।
आयातित दालें बंदरगाहों पर हैं लेकिन उसकी आपूर्ति बाजार में नहीं की जा रही है। एसोसिएशन के महामंत्री विक्की गुप्ता ने बताया, 'सरकारी एजेंसियों के माध्यम से दालों की खरीद-फरोख्त सिर्फ बड़े कारोबारियों के बीच हो रही है। छोटे व्यापारियों को बिक्री के लिए दाल नहीं दी जा रही है। हमने बड़ी एजेंसियों एवं बड़े कारोबारियों से दाल निकलवाने के लिए सरकार को पत्र लिखा है।'
अन्य दाल कारोबारियों की भी यही शिकायत है कि बाजार में दालों की जितनी कमी दिखायी जा रही है, उतनी कमी नहीं है। खुदरा बाजार में अरहर दाल की कीमत 90 रुपये प्रति किलोग्राम, मसूर दाल 70 रुपये प्रति किलोग्राम, मूंग दाल 71-72 रुपये प्रति किलोग्राम तो उड़द दाल 60 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर को पार कर चुकी है।
चने की कीमत में पिछले 15 दिनों में 13 फीसदी से अधिक का इजाफा हुआ है। 1 जुलाई को 2350 रुपये प्रति क्विंटल के आसपास कायम चना 2650 रुपये के स्तर को पार कर चुका है। हालांकि देश में इस साल चने की कोई कमी नहीं है। पिछले साल के 57 लाख टन के मुकाबले इस साल चने का उत्पादन 65 लाख टन रहा।
देश में दालों का उत्पादन (हेक्टेयर में)
दाल 07-08 08-09चना 57.50 65.40उड़द 14.60 10.02मूंग 15.20 0.54अरहर 30.08 24.70सभी उत्पादन लाख टन में स्रोत : एनसीडीईएक्स (BS Hindi)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें