आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में गुजरात में जहां मूंगफली और सोयाबीन की बुआई सामान्य से ज्यादा हो चुकी है, कपास के साथ की केस्टर सीड की बुआई पिछले साल से पिछड़ रही है। जानकारों के अनुसार कपास के भाव उत्पादक मंडियों में कम रहे थे, जिस कारण इनकी बुआई पिछले साल की तुलना में कम रहने का अनुमान है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार मूंगफली की बुआई बढ़कर चालू खरीफ में 19.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य क्षेत्रफल 15.40 लाख हेक्टेयर की तुलना में 127.94 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 12.91 लाख हेक्टेयर में ही मूंगफली की बुआई हो पाई थी। सोयाबीन की बुआई भी राज्य सीजन में बढ़कर 1.31 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य 1.21 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 107.79 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक राज्य में 79,000 हेक्टेयर में ही सोयाबीन की बुआई हो पाई थी।
खरीफ की प्रमुख फसल कपास की बुआई चालू सीजन में 20.33 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल के 21.42 लाख हेक्टेयर से कम है। कपास की बुआई राज्य में सामान्यत: 26.73 लाख हेक्टेयर में होती है। केस्टर सीड की बुआई अभी तक केवल 6,095 हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 18,400 हेक्टेयर में हो चुकी थी। केस्टर सीड की बुआई सामान्यत: 6.23 लाख हेक्टेयर में होती है। व्यापारियों के अनुसार केस्टर सीड की बुआई किसान सबसे अंत में करते हैं, चालू सीजन में मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है इसलिए केस्टर सीड की बुआई में कमी आने का अनुमान है।
राज्य में दालों की प्रमुख फसल अरहर की बुआई 1.38 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि दालों की कुल बुआई 2.31 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 1.95 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। मक्का की बुआई राज्य में 2.36 लाख हेक्टेयर में और बाजरा की 1.08 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 2.59 और 1.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मूंगफली की बुआई में हुई बढ़ोतरी के कारण इनकी बुआई में कमी आई है। ............... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू खरीफ सीजन में गुजरात में जहां मूंगफली और सोयाबीन की बुआई सामान्य से ज्यादा हो चुकी है, कपास के साथ की केस्टर सीड की बुआई पिछले साल से पिछड़ रही है। जानकारों के अनुसार कपास के भाव उत्पादक मंडियों में कम रहे थे, जिस कारण इनकी बुआई पिछले साल की तुलना में कम रहने का अनुमान है।
राज्य के कृषि निदेशालय के अनुसार मूंगफली की बुआई बढ़कर चालू खरीफ में 19.70 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य क्षेत्रफल 15.40 लाख हेक्टेयर की तुलना में 127.94 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक राज्य में केवल 12.91 लाख हेक्टेयर में ही मूंगफली की बुआई हो पाई थी। सोयाबीन की बुआई भी राज्य सीजन में बढ़कर 1.31 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जोकि सामान्य 1.21 लाख हेक्टेयर के मुकाबले 107.79 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल इस समय तक राज्य में 79,000 हेक्टेयर में ही सोयाबीन की बुआई हो पाई थी।
खरीफ की प्रमुख फसल कपास की बुआई चालू सीजन में 20.33 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जोकि पिछले साल के 21.42 लाख हेक्टेयर से कम है। कपास की बुआई राज्य में सामान्यत: 26.73 लाख हेक्टेयर में होती है। केस्टर सीड की बुआई अभी तक केवल 6,095 हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक 18,400 हेक्टेयर में हो चुकी थी। केस्टर सीड की बुआई सामान्यत: 6.23 लाख हेक्टेयर में होती है। व्यापारियों के अनुसार केस्टर सीड की बुआई किसान सबसे अंत में करते हैं, चालू सीजन में मानसूनी बारिश अच्छी होने का अनुमान है इसलिए केस्टर सीड की बुआई में कमी आने का अनुमान है।
राज्य में दालों की प्रमुख फसल अरहर की बुआई 1.38 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जबकि दालों की कुल बुआई 2.31 लाख हेक्टेयर में हुई है जोकि पिछले साल की समान अवधि के 1.95 लाख हेक्टेयर से ज्यादा है। मक्का की बुआई राज्य में 2.36 लाख हेक्टेयर में और बाजरा की 1.08 लाख हेक्टेयर में ही हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक इनकी बुआई क्रमश: 2.59 और 1.18 लाख हेक्टेयर में हो चुकी थी। मूंगफली की बुआई में हुई बढ़ोतरी के कारण इनकी बुआई में कमी आई है। ............... आर एस राणा
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