आर एस राणा
नई दिल्ली। चीन में इस वर्ष गेहूं का उत्पादन 13 करोड़ 16 लाख 80 हजार टन होने का अनुमान है, जो कि गत वर्ष से 0.6 फीसदी ज्यादा है। चीन में वर्ष 2020 में ग्रीष्म अनाज का रिकार्ड उत्पादन हुआ है।
चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा 15 जुलाई को जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में चीन के ग्रीष्म अनाज का कुल उत्पादन 14 करोड़ 28 लाख 10 हजार टन है, जो वर्ष 2019 से 0.9 फीसदी बढ़कर 12 लाख 8 हजार टन से अधिक है। गेहूं की पैदावार 13 करोड़ 16 लाख 80 हजार टन है, जो बीते वर्ष से 0.6 फीसदी अधिकहै। इस साल चीन के ग्रीष्म अनाज की बुआई का क्षेत्रफल 26,172 हजार हेक्टर है, जो गतवर्ष से 181 हजार 600 हेक्टेयर कम हुआ। गेहूं की बुआई का क्षेत्रफल 22,711 हजार हेक्टेयर है, जो गतवर्ष से 273 हजार 500 हेक्टेयर कम हुआ था।
चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो के विभाग के निदेशक ली सोछ्यांग ने बताया कि ग्रीष्म अनाज की बुआई का क्षेत्रफल कम होने का मुख्य कारण कृषि सप्लाई पक्ष में ढांचागत सुधार है, जिस से शरद और सर्दी में रोपण के ढांचे का समायोजन हुआ। बाजार की मांग और आर्थिक लाभ जैसे तत्वों से कुछ क्षेत्रों में सब्जी, तिलहन जैसी आर्थिक फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाया गया है।............ आर एस राणा
नई दिल्ली। चीन में इस वर्ष गेहूं का उत्पादन 13 करोड़ 16 लाख 80 हजार टन होने का अनुमान है, जो कि गत वर्ष से 0.6 फीसदी ज्यादा है। चीन में वर्ष 2020 में ग्रीष्म अनाज का रिकार्ड उत्पादन हुआ है।
चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा 15 जुलाई को जारी आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में चीन के ग्रीष्म अनाज का कुल उत्पादन 14 करोड़ 28 लाख 10 हजार टन है, जो वर्ष 2019 से 0.9 फीसदी बढ़कर 12 लाख 8 हजार टन से अधिक है। गेहूं की पैदावार 13 करोड़ 16 लाख 80 हजार टन है, जो बीते वर्ष से 0.6 फीसदी अधिकहै। इस साल चीन के ग्रीष्म अनाज की बुआई का क्षेत्रफल 26,172 हजार हेक्टर है, जो गतवर्ष से 181 हजार 600 हेक्टेयर कम हुआ। गेहूं की बुआई का क्षेत्रफल 22,711 हजार हेक्टेयर है, जो गतवर्ष से 273 हजार 500 हेक्टेयर कम हुआ था।
चीनी राजकीय सांख्यिकी ब्यूरो के विभाग के निदेशक ली सोछ्यांग ने बताया कि ग्रीष्म अनाज की बुआई का क्षेत्रफल कम होने का मुख्य कारण कृषि सप्लाई पक्ष में ढांचागत सुधार है, जिस से शरद और सर्दी में रोपण के ढांचे का समायोजन हुआ। बाजार की मांग और आर्थिक लाभ जैसे तत्वों से कुछ क्षेत्रों में सब्जी, तिलहन जैसी आर्थिक फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाया गया है।............ आर एस राणा
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