आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना के तहत (ओएमएसएस) के तहत पुराने गेहूं की कीमतों में 240 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने का फैसला किया है, जिससे उत्पादक राज्यों के साथ ही दिल्ली में गेहूं की कीमतों पर गिरावट आई है। ओएमएसएस के तहत पुराने गेहूं के भाव 2,080 रुपये से घटाकर 1,840 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया गया है, तथा जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी हो हो जायेगी।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में गेहूं का भारी भरकम स्टॉक है, जबकि ओमएसएस के तहत बिक्री नाममात्र की हो रही है, इसलिए सरकार ने भाव में कटौती करने का फैसला किया है। रोलर फ्लोर मिलर्स फैडरनेशन ने भी हाल ही में गेहूं के भाव में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने का केंद्र सरकार को सुझाव दिया था। गेहूं की कीमतें में कटौती का असर गेहूं के भाव पर पड़ा है। दिल्ली में गेहूं का भाव घटकर 1,900 रुपये और उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश की मंडियों में 1,750 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। माना जा रहा है कि अधिसूचना जारी होने के बाद इसकी कीमतों में और भी 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आयेगा।
केंद्रीय पूल में एक जुलाई को गेहूं का स्टॉक 558.25 लाख टन का है, जबकि तय मानकों बफर के अनुसार केंद्रीय पूल का 245 लाख टन गेहूं का स्टॉक पहली जून को होना चाहिए। चालू रबी में गेहूं की रिकार्ड खरीद 390 लाख टन की हुई है जबकि उत्तर प्रदेश से खरीद सीमित मात्रा में होने के कारण उत्तर प्रदेश में बकाया स्टॉक ज्यादा माना जा रहा है। इसलिए गेहूं की कीमतों में आगे भी तेजी की संभावना नहीं है। वैसे भी नवंबर तक केंद्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएजीसेएवाई) के तहत 81.09 करोड़ गरीबों को नवंबर तक पांच किलो गेहूं या फिर चावल फ्री में देगी। इस योजना में पहले तीन महीनों में 1 करोड़ 20 लाख टन अनाज बांटा गया था तथा आने वाले 5 महीनों में 2 करोड़ 3 लाख टन अनाज बांटने का लक्ष्य है। .................. आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने खुले बाजार बिक्री योजना के तहत (ओएमएसएस) के तहत पुराने गेहूं की कीमतों में 240 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने का फैसला किया है, जिससे उत्पादक राज्यों के साथ ही दिल्ली में गेहूं की कीमतों पर गिरावट आई है। ओएमएसएस के तहत पुराने गेहूं के भाव 2,080 रुपये से घटाकर 1,840 रुपये प्रति क्विंटल करने का फैसला किया गया है, तथा जल्द ही इसकी अधिसूचना जारी हो हो जायेगी।
सूत्रों के अनुसार केंद्रीय पूल में गेहूं का भारी भरकम स्टॉक है, जबकि ओमएसएस के तहत बिक्री नाममात्र की हो रही है, इसलिए सरकार ने भाव में कटौती करने का फैसला किया है। रोलर फ्लोर मिलर्स फैडरनेशन ने भी हाल ही में गेहूं के भाव में 500 रुपये प्रति क्विंटल की कटौती करने का केंद्र सरकार को सुझाव दिया था। गेहूं की कीमतें में कटौती का असर गेहूं के भाव पर पड़ा है। दिल्ली में गेहूं का भाव घटकर 1,900 रुपये और उत्तर प्रदेश, राजस्थान तथा मध्य प्रदेश की मंडियों में 1,750 से 1,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गया। माना जा रहा है कि अधिसूचना जारी होने के बाद इसकी कीमतों में और भी 25 से 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आयेगा।
केंद्रीय पूल में एक जुलाई को गेहूं का स्टॉक 558.25 लाख टन का है, जबकि तय मानकों बफर के अनुसार केंद्रीय पूल का 245 लाख टन गेहूं का स्टॉक पहली जून को होना चाहिए। चालू रबी में गेहूं की रिकार्ड खरीद 390 लाख टन की हुई है जबकि उत्तर प्रदेश से खरीद सीमित मात्रा में होने के कारण उत्तर प्रदेश में बकाया स्टॉक ज्यादा माना जा रहा है। इसलिए गेहूं की कीमतों में आगे भी तेजी की संभावना नहीं है। वैसे भी नवंबर तक केंद्र सरकार प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएजीसेएवाई) के तहत 81.09 करोड़ गरीबों को नवंबर तक पांच किलो गेहूं या फिर चावल फ्री में देगी। इस योजना में पहले तीन महीनों में 1 करोड़ 20 लाख टन अनाज बांटा गया था तथा आने वाले 5 महीनों में 2 करोड़ 3 लाख टन अनाज बांटने का लक्ष्य है। .................. आर एस राणा
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