आर एस राणा
नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के एक समूह ने बुधवार को चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव (एमएसपी) में 200 रुपये की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। सूत्रों के अनुसार चीनी मिलों के बकाया करीब, 20,000 करोड़ रुपये के भूगतान के लिए मंत्रियों के समूह ने चीनी के एमएसपी को 3,100 रुपये से बढ़ाकर 3,300 रुपये प्रति क्विंटल करने की खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय की सिफारिश को मान लिया है।
बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, खाद्य मंत्री रामविलास पासवान, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू गन्ना पेराई सीजन 2019-20 का चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का करीब 20,000 करोड़ रुपये अभी भी बकाया बचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार गन्ना के बकाया भुगतान में तेजी लाने के लिए और भी कदम उठाने पर विचार कर रही है। नीति आयोग ने भी चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव में बढ़ोतरी करने की सिफारिश की थी।
पिछले साल भी केंद्र सरकार ने चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,900 रुपये से बढ़ाकर 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गन्ना पेराई सीजन 2019-20 सीजन (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान मिलों ने किसानों से लगभग 72,000 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है, जिसमें से लगभग 20,000 करोड़ रुपये का बकाया चीनी मिलों पर बकाया है, तथा बकाया में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर है। ............... आर एस राणा
नई दिल्ली। गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में मंत्रियों के एक समूह ने बुधवार को चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव (एमएसपी) में 200 रुपये की बढ़ोतरी के प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी। सूत्रों के अनुसार चीनी मिलों के बकाया करीब, 20,000 करोड़ रुपये के भूगतान के लिए मंत्रियों के समूह ने चीनी के एमएसपी को 3,100 रुपये से बढ़ाकर 3,300 रुपये प्रति क्विंटल करने की खाद्य एवं उपभोक्ता मामले मंत्रालय की सिफारिश को मान लिया है।
बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, खाद्य मंत्री रामविलास पासवान, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल शामिल थे। पहली अक्टूबर 2019 से शुरू हुए चालू गन्ना पेराई सीजन 2019-20 का चीनी मिलों पर गन्ना किसानों का करीब 20,000 करोड़ रुपये अभी भी बकाया बचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार केंद्र सरकार गन्ना के बकाया भुगतान में तेजी लाने के लिए और भी कदम उठाने पर विचार कर रही है। नीति आयोग ने भी चीनी के न्यूनतम बिक्री भाव में बढ़ोतरी करने की सिफारिश की थी।
पिछले साल भी केंद्र सरकार ने चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य में 200 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 2,900 रुपये से बढ़ाकर 3,100 रुपये प्रति क्विंटल तय किया था। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, गन्ना पेराई सीजन 2019-20 सीजन (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान मिलों ने किसानों से लगभग 72,000 करोड़ रुपये का गन्ना खरीदा है, जिसमें से लगभग 20,000 करोड़ रुपये का बकाया चीनी मिलों पर बकाया है, तथा बकाया में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी उत्तर प्रदेश की चीनी मिलों पर है। ............... आर एस राणा
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