आर एस राणा
नई दिल्ली। एक नए अध्ययन में सामने आया है कि इस वर्ष मानसून के कम-दबाव तंत्र के घटने का अनुमान है जिससे उत्तर-मध्य भारत में बारिश में कमी आ सकती है।
अमेरिका की एक अनुसंधान एजेंसी के अध्ययन में यह बात सामने आई है। राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (एनओएए) का यह अध्ययन शुक्रवार को प्रकाशित हुआ है। इसमें दक्षिण एशियाई मॉनसून क्षेत्र में ‘मानसून कम दबाव तंत्र’ (एमएलपीएस) के उल्लेखनीय हद तक घटने का अनुमान व्यक्त किया गया है। एनओएए ने कहा कि एमएलपीएस भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा का एक कारक है और इसमें किसी भी तरह का बदलाव फिर चाहे वह प्राकृतिक हो अथवा मानव निर्मित, इसके दूरगामी सामाजिक आर्थिक प्रभाव होते हैं। अध्ययन में उत्तर-मध्य भारत में बारिश में कमी का अनुमान व्यक्त किया गया है।
पहली जून से 25 जुलाई तक उत्तर भारत में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली जून से 25 जुलाई तक देशभर में सामान्य से 5 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है, इस दौरान देश के पूर्वी राज्यों में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई है, लेकिन उत्तर भारत में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। मध्य भारत के राज्यों में सामान्य से 3 फसीदी अधिक और दखिण भारत के राज्यों में 16 फीसदी अधिक बारिश हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अभी तक सामान्य से 30 फीसदी और उत्तराखंड में 18 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 33 फीसदी और जम्मू कश्मीर में 50 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान ईस्ट राजस्थान में सामान्य से 31 फीसदी तथा गुजरात रीजन में 40 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक और उत्तराखंड में मानसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा
मौसम की जानकारी देने वाली स्काईमेट एजेंसी के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक और उत्तराखंड में मानसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा जिससे इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, दक्षिणी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण और पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की और एक-दो जगहों पर मध्यम बारिश का अनुमान है।............. आर एस राणा
नई दिल्ली। एक नए अध्ययन में सामने आया है कि इस वर्ष मानसून के कम-दबाव तंत्र के घटने का अनुमान है जिससे उत्तर-मध्य भारत में बारिश में कमी आ सकती है।
अमेरिका की एक अनुसंधान एजेंसी के अध्ययन में यह बात सामने आई है। राष्ट्रीय महासागरीय एवं वायुमंडलीय प्रशासन (एनओएए) का यह अध्ययन शुक्रवार को प्रकाशित हुआ है। इसमें दक्षिण एशियाई मॉनसून क्षेत्र में ‘मानसून कम दबाव तंत्र’ (एमएलपीएस) के उल्लेखनीय हद तक घटने का अनुमान व्यक्त किया गया है। एनओएए ने कहा कि एमएलपीएस भारतीय उपमहाद्वीप में वर्षा का एक कारक है और इसमें किसी भी तरह का बदलाव फिर चाहे वह प्राकृतिक हो अथवा मानव निर्मित, इसके दूरगामी सामाजिक आर्थिक प्रभाव होते हैं। अध्ययन में उत्तर-मध्य भारत में बारिश में कमी का अनुमान व्यक्त किया गया है।
पहली जून से 25 जुलाई तक उत्तर भारत में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार चालू मानसूनी सीजन में पहली जून से 25 जुलाई तक देशभर में सामान्य से 5 फीसदी अधिक बारिश दर्ज की गई है, इस दौरान देश के पूर्वी राज्यों में सामान्य से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई है, लेकिन उत्तर भारत में सामान्य से 17 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है। मध्य भारत के राज्यों में सामान्य से 3 फसीदी अधिक और दखिण भारत के राज्यों में 16 फीसदी अधिक बारिश हुई है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अभी तक सामान्य से 30 फीसदी और उत्तराखंड में 18 फीसदी, हिमाचल प्रदेश में सामान्य से 33 फीसदी और जम्मू कश्मीर में 50 फीसदी कम बारिश हुई है। इस दौरान ईस्ट राजस्थान में सामान्य से 31 फीसदी तथा गुजरात रीजन में 40 फीसदी कम बारिश दर्ज की गई।
अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक और उत्तराखंड में मानसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा
मौसम की जानकारी देने वाली स्काईमेट एजेंसी के अनुसार अगले 24 घंटों के दौरान कर्नाटक और उत्तराखंड में मानसून व्यापक रूप में सक्रिय रहेगा जिससे इन भागों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा हो सकती है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने के आसार हैं। पंजाब, दिल्ली-एनसीआर, दक्षिणी राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण और पूर्वी मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, पूर्वोत्तर भारत, केरल, लक्षद्वीप और अंडमान व निकोबार द्वीप समूह में कहीं-कहीं हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, ओडिशा और गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में हल्की और एक-दो जगहों पर मध्यम बारिश का अनुमान है।............. आर एस राणा
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