आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही तीन और कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत वर्षों के दौरान 20 केवीके की मंजूरी दी गई, जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं और बाकी तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली और आजमगढ़ में जल्द ही खोले जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने मंगलवार को दातागंज और बदायूं के केवीके प्रशासनिक भवन का यहां से ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में 86 केवीके हैं, जो अच्छा काम कर रहे हैं। तोमर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत वर्षो में 20 केवीके की स्वीकृति दी गई थी, जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं। शेष तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली व आजमगढ़ में शीघ्र खुल जाएंगे और एक केवीके मुरादाबाद में प्रस्तावित है।
कार्यक्रम में बताया गया कि देश में 720 केवीके हैं और 151 क्लाइमेट स्मार्ट विलेज बनाए गए हैं, जो विभिन्न परिस्थितियों के लिए तकनीकी मॉडल पेश करते हैं। केवीके द्वारा हर साल लगभग 15 लाख किसानों व युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद धर्मेद्र कश्यप, विधायक राजीव कुमार सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा, उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. ए.के. सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति डॉ. आर.के. मित्तल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।.............. आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने मंगलवार को कहा कि उत्तर प्रदेश में जल्द ही तीन और कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विगत वर्षों के दौरान 20 केवीके की मंजूरी दी गई, जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं और बाकी तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली और आजमगढ़ में जल्द ही खोले जाएंगे।
केंद्रीय मंत्री तोमर ने मंगलवार को दातागंज और बदायूं के केवीके प्रशासनिक भवन का यहां से ऑनलाइन शिलान्यास किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में 86 केवीके हैं, जो अच्छा काम कर रहे हैं। तोमर ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विगत वर्षो में 20 केवीके की स्वीकृति दी गई थी, जिनमें से 17 खोले जा चुके हैं। शेष तीन केवीके प्रयागराज, रायबरेली व आजमगढ़ में शीघ्र खुल जाएंगे और एक केवीके मुरादाबाद में प्रस्तावित है।
कार्यक्रम में बताया गया कि देश में 720 केवीके हैं और 151 क्लाइमेट स्मार्ट विलेज बनाए गए हैं, जो विभिन्न परिस्थितियों के लिए तकनीकी मॉडल पेश करते हैं। केवीके द्वारा हर साल लगभग 15 लाख किसानों व युवाओं को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, सांसद धर्मेद्र कश्यप, विधायक राजीव कुमार सिंह, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा, उपमहानिदेशक (कृषि प्रसार) डॉ. ए.के. सिंह, सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, मेरठ के कुलपति डॉ. आर.के. मित्तल सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे।.............. आर एस राणा
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